भूत-पिशाचों के साथ निकली महाकाल  की बारात, 50 हजार लोगों ने ली प्रसादी   – शिव-पार्वती के विवाह का उत्सव, खूब उड़ा गुलाल, जमकर आतिशबाजी 

 

दैनिक अवंतिका उज्जैन। महाशिवरात्रि पर्व के बाद शिव-पार्वती के विवाह उपलक्ष्य में उज्जैन में मंगलवार को महाकाल का महारिसेप्शन हुआ। इसके पहले नगर में विशाल बारात निकाली गई। जिसमें बैंड-बाजे, ढोल-ताशे व डीजे पर भूत-पिशाचों की मंडली डांस करते हुए निकली। शाम से आधी रात तक चले महारिसेप्शन में 50 हजार श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण की। इस पूरे आयोजन के प्रमुख नगर के वरिष्ठ समाज सेवी राजेश अग्रवाल, महाकाल मंदिर के पुजारी रमण त्रिवेदी एवं महेंद्र कटियार ने बताया कि उज्जैन में महाकाल महारिसेप्शन अब एक उत्सव का रूप ले चुका है जिसमें हजारों लोग जुड़ गए है। शिव बारात दोपहर में नगरकोट क्षेत्र से शुरू हुई। मार्ग भर खूब रंग-गुलाल उड़ाया गया। विवाह स्थल पर जमकर आतिशबाजी की गई। शाम 4 बजे बाद ही भोजन प्रसादी शुरू कर दी गई थी। रात 12 बजे बाद तक लोग प्रसादी लेने के लिए आते रहे। 101 प्रकार के पकवानों का भोग लगाया गयाशिव विवाह के महारिसेप्शन में अनेक प्रकार के पकवान बनाए गए थे। विवाह स्थल पर भी भगवान शिव-पार्वती की झांकी सजाई गई जहां 101 प्रकार के पकवानों का महाभोग लगाया गया। 36 ‎हलवाई की टीम ने 13 ‎भटि्टयों की मदद से दो दिन के अंदर यह महाभोज तैयार किया। बारात का इत्र से स्वागत, पंडितों ने मंत्र पढ़कर कराए लग्न