90 हजार से अधिक किराया देना मंजूर.. कर्मचारी भी नहीं जाना चाहते नए भवन में
धूल खा रहा 7 करोड़ का आरटीओ का नया भवन
अभी चुनाव का बहाना लेकिन इसके बाद भी तय नहीं कि कब होगा पुराना कार्यालय शिफ्ट
ब्रह्मास्त्र उज्जैन
दाऊद खेड़ी में सात करोड़ से अधिक की राशि से बनाया गया आरटीओ का नया भवन धूल खा रहा है। बताया जाता है कि इस भवन की सफाई तक नहीं हो रही है।
आरटीओ का मौजूदा कार्यालय इस नए भवन में कब तक शिफ्ट होगा इसका अभी भी तय नहीं है। हालांकि विभागीय अफसर यह जरूर कहते हैं कि अभी लोकसभा चुनाव में लगे हुए हैं इसलिए इस मामले में बात चुनाव के बाद ही की जा सकेगी। बताया यह भी जा रहा है कि विभाग के कार्यरत अधिकांश कर्मचारी तक नए भवन में जाना नहीं चाहते हैं वहीं नए भवन में कामकाज करने के लिए आरटीओ एजेंट तो पहले से ही विरोध में हैं। कुल मिलाकर नए भवन में कार्यालय की शिफ्टिंग का मामला अभी अधर में ही लटका हुआ है। वर्षों से भरतपुरी प्रशासनिक क्षेत्र में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय संचालित हो रहा है और इसके लिए भवन का किराया भी करीब नब्बे हजार से अधिक हर माह देना पड़ता है। बताया गया है कि नब्बे हजार से अधिक किराया देना मंजूर है लेकिन खुद के नए भवन में जाना पसंद नहीं किया जा रहा है। हालांकि अब शिफ्टिंग न होने के पीछे बहाना लोकसभा चुनाव जरूर है बावजूद इसके जिम्मेदारों के पास यह जवाब भी नहीं है कि लोकसभा चुनाव के बाद भी आखिर कब तक पुराने कार्यालय को खुद के नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
टलता जा रहा है मामला
दाऊद खेड़ी में 7 करोड़, 30 लाख, 75 हजार रुपए की लागत से बनाए गए नवीन भवन का क्षेत्रफल 3022.19 वर्ग मीटर है। इसका लोकार्पण भी हो चुका है। वहीं कई बार इस नए भवन में पुराने कार्यालय को शिफ्ट करने की बात भी सामने आती रही लेकिन यह मामला टलता जा रहा है। एक बार फिर अब लोकसभा चुनाव के कारण शिफ्टिंग का मामला टल गया है। गौरतलब है कि नए भवन के भूतल पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी का चेम्बर तथा उनके निज सचिव का कक्ष, कॉन्फ्रेंस रूम, कैश काउंटर, अकाउंट्स रूम, स्टाफ लंच रूम, रिकॉर्ड रूम, टेस्ट हॉल, स्मार्ट कार्ड हॉल, परमानेंट लाइसेंस वेटिंग एण्ड क्यू स्पेस, एचएसआरपी रूम, चेस्ट रूम, आफिस रूम 7, सेन्टर हॉल तथा एक अन्य हॉल, दो टॉयलेट ब्लॉक, फिटनेस शेड एवं अंग्रेजी भाषा के अंक 8 के आकार का ड्राइविंग ट्रेक निर्मित किया गया है। इससे यहां ट्रक और ट्राले जैसे बड़े वाहनों की भी आसानी से टेस्ट ड्राइव की जा सकेगी।
किराया देने के बाद भी जगह कम इसलिए तो…
बता दें कि मौजूदा कार्यालय किराए के भवन में संचालित हो रहा है और इसका किराया भले ही नब्बे हजार से एक लाख तक दिया जाता हो लेकिन बावजूद इसके इस कार्यालय में जगह बहुत कम पड़ती है। ऐसे में ही संबंधित कार्यों के लिए लोगों की आवाजाही भी बनी रहती है और फिर स्थिति अलग ही हो जाती है। हालांकि आरटीओ एजेंट भी नए भवन में जाने के लिए आनाकानी कर रहे है क्योंकि उनका तर्क यह है कि नया भवन शहर से बहुत दूर है, कुछ यही बात विभाग के कर्मचारियों द्वारा भी सुनी जाती है।
इनका कहना है
अभी लोकसभा चुनाव में लगे हुए हैं। नए भवन में कब तक शिफ्ट होंगे, इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। हो सकता है कि वहां सफाई नहीं भी हो रही हो।
संतोष मालवीय, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी