उज्जैन में आवारा कुत्तों का आतंक, महाकाल मंदिर क्षेत्र में अब तक 15 श्रद्धालु को काट चुके – 2 माह के अंदर डेढ़ हजार से ज्यादा कुत्तों के काटने केस आए – प्रशासन कार्रवाई कर कुत्तों को पकड़वाए, श्रद्धालु खौफ में
दैनिक अवंतिका उज्जैन। उज्जैन में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक बना हुआ है। अकेले महाकाल मंदिर क्षेत्र में अब तक 15 श्रद्धालुओं को आवारा कुत्ते अपना शिकार बना चुके हैं। 2 माह के अंदर डेढ़ हजार से ज्यादा कुत्तों के काटने के केस दर्ज हो चुके हैं। प्रशासन को कार्रवाई कर आवारा कुत्तों को पकड़वाा चाहिए। क्योंकि मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु खौफ में है। खासकर भस्मारती के लिए रात में मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को यह डर बना रहता है कि कही अवारा कुत्ते उन पर हमला न कर दे। क्योंकि जिन 15 श्रद्धालुओं को कुत्तों ने काटा है उनमें ज्यादातर रात में भस्मारती के लिए ही मंदिर जा रहे थे।मंदिर क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे शहर में ही कुत्तों के काटने के केस तेजी से बढ़े हैं। इस साल की शुरुआत के 2 महीनों में ही उज्जैन में 1718 केस कुत्तों के काटने के दर्ज हो चुके हैं। इनमें शहरवासी ही नहीं बल्कि बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी शामिल हैं। कुत्ते झूंड बनाकर खड़े रहते हैं और एकदम हमला करते हैं आवारा कुत्ते मंदिर क्षेत्र में रात में झूंड बनाकर खड़े रहते हैं। और अचानक दौड़कर हमला करते हैं। श्रद्धालु समझ भी नहीं पाता ये काटने लग जाते हैं। एक-एक मोहल्ले में आधा दर्जन से ज्यादा अवारा कुत्ते मिल जाएंगे। प्रशासन को चाहिए कि कार्रवाई कर कुत्तों को पकड़े।कुत्तों को एक जगह नहीं रख सकते इन्हें बाहर छोड़ना होगा उज्जैन में कुत्ते पकड़ने वाली गेंग के सदस्य ने बताया कि प्रशासन कुत्तों को भले ही पकड़ने की कार्रवाई कर ले लेकिन इन कुत्तों को ज्यादा दिन तक एक जगह पर नहीं रख सकते हैं। इसलिए पकड़कर कहीं बाहर जाकर छोड़ना होगा। क्योंकि कुत्ते भूखे रहने और जगह बदलने के कारण काटना शुरू कर देते हैं। कुछ दिन बाद ये आपस में भी लड़ने लग जाते हैं। ऐसे कुत्तों की नसबंदी करना, पकड़कर शहर से बाहर जंगल में छोड़ना आदि इसका विकल्प है।