नर्मदा से पानी मिलना शुरू, 2 एमसीएम पानी आएगा -1225 एमएम की पाईप लाईन से 24 घंटे में 1.8 क्यूमेक पानी उज्जैन आएगा
दैनिक अवन्तिका ब्रह्मास्त्र उज्जैन। कान्ह के प्रदुषित पानी से त्रिवेणी और गउघाट बैराज में भरा पानी पीएचई को फिजुल में बहाना पडा है। इसके एवज में शुक्रवार सुबह से नर्मदा की पाईप लाईन से पानी मिलने का क्रम शुरू हो गया है। करीब 10 दिन तक पाईप लाईन से 2एमसीएम पानी पीएचई को सप्लाय के लिए गउघाट में एकत्रित करने के लिए मिलेगा । इस पानी का उपयोग पूरी गर्मी पीएचई दक्षिण क्षेत्र की सप्लाय में करेगी।उज्जैन दक्षिण क्षेत्र में पेयजल सप्लाय में आ रही परेशानी का अंत होने वाला है। शुक्रवार सुबह से नर्मदा का पानी शिप्रा में आना शुरू हो गया है। 1225 एमएम की पाईप लाईन से यह पानी निरंतर आने का क्रम जारी है। पाईप लाईन का पानी सीधे बैराज में इकट्ठा हो रहा है। उपयंत्री संतोष दाहिमा ने बताया कि नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण यह पानी उपलब्ध करा रहा है। पाईप लाईन से 24 घंटे में 1.8 क्यूमेंक पानी की आवक होगी। उज्जैन को 2 एमसीएम पानी की जरूरत है । इसके मान से करीब 8-10 दिन तक पानी की आवक निरंतर रहना तय है।पानी सीधे गउघाट में संचय –खास यह है कि नर्मदा से आई एक लाईन त्रिवेणी के नजदीक है। इसमें अलग अलग पांच पाईप से पानी आता है। इसके अलावा एक लाईन 1225 एमएम की है जो त्रिवेणी के सामने वाले हिस्से मोतीनगर में श्मसान के पास है। इसी लाईन से पानी की आवक हो रही है । लाईन से पानी सीधे गउघाट बैराज के अपस्ट्रीम से डाउन स्ट्रीम में जा रहा है।संभवत:आज से उपयोग शुरू-विभागीय स्तर पर जानकारी सामने आ रही है कि पानी गउघाट इंटक वेल तक पहुंचने पर इसका उपयोग शुरू कर दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि नर्मदा का पानी शनिवार से उपयोग में लेने की स्थिति बन सकती है। इस पानी का उपयोग गउघाट जल यंत्रालय में शोधन करने के उपरांत दक्षिण क्षेत्र की टंकियों को भरने में किया जाएगा।