यूएई के अलावा अन्य अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की भी नहीं मिल सकी सुविधा
एयरपोर्ट पर नहीं बना एक करोड़ यात्रियों की सालाना क्षमता का टर्मिनल
इंदौर । देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल 18 लाख यात्रियों की क्षमता वाले देश के 15 विमानतलों में सुविधाओं की दृष्टि से गत वर्ष देश में पहले पायदान पर रहा। यहां यात्रियों को कई तरह की सुविधाएं मिल रही हैं, लेकिन अब तक एक करोड़ सालाना क्षमता का टर्मिनल का काम शुरू नहीं हो पाया है।
वहीं यूएई के अतिरिक्त अन्य विदेशी उड़ानों का संचालन भी शुरू नहीं हो सका। अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से लैस होने के बाद भी इंदौर से बैंकाक, सिंगापुर जैसे शहरों के लिए सीधी उड़ान की दरकार है। इंदौर एयरपोर्ट पर वर्ष 2023 में 135 लाख से अधिक यात्रियों ने यहां से आवागमन किया।
यह इस विमानतल की संख्या अब तक की बड़ी संख्या है। वर्तमान में एयरपोर्ट के टर्मिनल की सालाना क्षमता 40 लाख है। इसलिए यहां एक करोड़ की सालाना क्षमता का नया टर्मिनल बनाने की योजना है। अब तक इसका काम शुरू नहीं हो सका है। एयरपोर्ट से लगातार यात्रियों की संख्या और उड़ानें बढ़ती जा रही हैं।
हालांकि छोटे विमानों के संचालन के लिए पुराने टर्मिनल के नवनिर्माण का काम शुरू किया गया है। यह कार्य भी इस वर्ष शुरू हुआ। अब तक पुराने टर्मिनल को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। यहां आफिस संचालित किए जाने लगे थे, लेकिन यात्रियों की बढ़ती संख्या और उड़ानों की संख्या को देखते हुए इसका नवनिर्माण किया जा रहा है।
विमानतल के विस्तार के लिए राज्य शासन द्वारा बिजासन टेकरी के नीचे 20.80 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी, ताकि बढ़ती यात्रियों की संख्या को देखते एयरपोर्ट विस्तार के काम हो सके।