गिनिज बुक की मनाही से उज्जैन में 26 लाख की बजाय 5.91 लाख दीप जलेंगे
-गौरव दिवस पर अब 5 लाख 91 हजार दीपक जलाए जाएंगे घाटों पर,तैयारी पूरी
उज्जैन। गुडी पडवा पर एक बार फिर से उज्जैन में तेल से 26 लाख दीपक जलाकर रेकार्ड बनाने की तैयारी को झटका लगा है। गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रेकार्ड मुख्यालय लंदन से आयोजन को लेकर यह कहते हुए अनुमोदन नहीं दिया गया है कि यह गुडी पडवा का आयोजन है लेकिन हमारी नितियों के अनुसार 4 जून तक हम किसी आयोजन को अनुमोदन नहीं दे सकते हैं। इसके बाद ही आयोजन को लेकर कुछ तय किया जा सकता है।
गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रेकार्ड से अनुमोदन न मिलने से अब गुडी पडवा पर दीपक जलाने के आयोजन का पूरा स्वरूप नगर निगम और जिला प्रशासन को बदलना पड रहा है। विश्व रेकार्ड कायम करने के तहत 26 लाख दीपक जलाने के आयोजन को इन परिस्थितियों में आगे बढाने की बात कहते हुए नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक बताते हैं कि गुडी पडवा पर शिप्रा नदी के रामघाट,दत्तअखाडा घाट गुरूनानक घाट सहित अन्य घाटों पर हम 5 लाख 91 हजार दीपक गौरव दिवस के रूप में जलाएंगे। श्री पाठक बताते हैं कि हमारी पुरी तैयारी थी। दीपक जलाने के लिए 28 हजार वालेंटियर्स तैयार कर लिए गए थे। दीपक जलाने में लगने वाली सामग्री के टेंडर कर लिए गए थे। यहां तक की इसके लिए कंसलटेंट एजेंसी भी नियुक्त कर ली गई थी। विश्व रेकार्ड बनाने के लिए 26 लाख दीपक जलाने का हमारा आयोजन गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रेकार्ड के अनुमोदन नहीं मिलने से आगे बढाया गया है। इसकी आगामी तिथि तय होने पर जानकारी दी जाएगी। गुडी पडवा पर इस आयोजन के साथ ही शिप्रा पर होने वाला जुबीन नौटियाल का सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। श्री पाठक बताते हैं कि गिनिज बुक वर्ल्ड रेकार्ड की टीम ने अनुमोदन नहीं देने के पहले विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा भी की थी। वर्ल्ड रेकार्ड की टीम ने सभी मुद्दों को समझा है और यह भी कहा कि यह आयोजन गुडी पडवा से संबंधित है इसका अन्य कोई संबंध नहीं है फिर भी वहां से इसे पालिसी मेटर बताते हुए 4 जून तक के लिए भारत में किसी भी इस तरह के इवेंट अनुमोदन नहीं देने की बात कही गई है।
यह था आयोजन-
9 अप्रैल को गुड़ी पड़वा पर शिव ज्योति अर्पणम् महोत्सव आयोजित किया गया है। इस अवसर पर 26 लाख दीप एक साथ प्रज्वलित करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कर गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रेकार्ड में दर्ज करवाने की तैयारी की जा रही थी । इसके लिए शिप्रा के घाटों की रंगाई-पुताई, साफ-सफाई आदि की जा रही थी। पेड़-पौधों की ट्रीमिंग कराई गई । मिट्टी के दीपक, तेल,मोमबत्ती,सहित बांस की लकडी के टेंडर भी नगर निगम ने कर लिए थे।
पूर्व में रेकार्ड बना चुका है उज्जैन-
तेल दीप जलाने के मामले में पूर्व में उज्जैन रेकार्ड कायम कर गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रेकार्ड में अपना नाम दर्ज करवा चुका है। तत्कालीन स्थिति में 2 मार्च 2022 को मंदिरों के शहर उज्जैन ने को महाशिवरात्रि पर स्थानीय प्रशासन द्वारा आयोजित शिव ज्योति अर्पणम उत्सव के अवसर पर 11,71,078 दीपक जलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया।उज्जैन ने अयोध्या में बनाए गए पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जहां 9,41,551 दीपक जलाए गए थे।