सात सौ वर्ष बाद नौ शुभयोगों के संयोग में होगा होलिका दहन, एक घंटे 32 मिनट तक मुहूर्त
इंदौर। वातावरण में रंगों के महापर्व होली की मस्ती छाने लगी है। बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक होलिका दहन आज रविवार रात को होगा। फागुन की मस्ती में रंगकर लोग कल होली का रंग पर्व मनाएंगे।इस बार 700 वर्ष बाद होलिका दहन नौ शुभयोगों के संयोग में होगा। रात 10.50 तक भद्रा नक्षत्र रहने के चलते होलिका दहन के लिए इस वर्ष महज एक घंटे 32 मिनट तक ही शुभ मुहूर्त है।
भद्रा के बाद मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 24 मार्च की सुबह 9.47 बजे से भद्रा नक्षत्र लग जाएगा। यह रात्रि 10.50 बजे तक रहेगा। भद्रामुक्त होलिका दहन श्रेष्ठ माना जाता है। इसलिए इस बार भद्रा नक्षत्र के बाद रात 10.50 से 12.22 बजे तक का समय होलिका दहन के लिए श्रेष्ठ है।
होलिका दहन पर दुर्लभ संयोग
होलिका दहन के दिन लक्ष्मी, सर्वार्थ सिद्धि, शश महापुरुष, वरिष्ठ, पर्वत,उभयचरी, अमला, सरल और केदार योग बन रहे हैं। ज्योतिषाचार्य के अनुसार शुभ योगों का अद्भुत संयोग लगभग 700 सालों के बाद बना है ।