संगठन ना सही शंकर देंगे काम , लोकसभा में कोई नही करेगा आराम

 

भाजपा के देवदुर्लभ कार्यकर्ता क्या फिर अगली बार ठगाएंगे

 

इंदौर। भाजपा लोकसभा चुनाव में पूर्ण रूप से जोश में भरी हुई नजर आ रही है। इस बार इंदौर से शंकर लालवानी पिछली मर्तबा से भी ज्यादा मतों से जितने का रिकॉर्ड कायम करना चाहते है। इसलिए इन दिनों लालवानी के सोशल मीडिया पर यह मैसेज घूमते हुए दिखाई दे रहे है कि, जिन कार्यकर्ताओं या नेताओ को संगठन ने आज तक कोई पद या जिम्मेदारी नही दी है। उन सभी को शंकर लालवानी स्वयं चुनाव में जिम्मेदारी सोपेंगे।
इस मेसेज के घूमते ही कार्यकताओं को नगर निगम के चुनाव याद आ गए है, जो वर्षो से अलग अलग वार्ड से पार्षद का टिकिट चाह रहे थे।
लालवानी ने बड़ी ही चतुराई से 3 महिला को पार्षद का टिकिट दिलवा दिया। संध्या यादव, कंचन गिदवानी के साथ अन्य महिला को टिकिट दिलवाने में एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था।
पुरुष कार्यकर्ताओ को उस समय तगड़ा झटका लगा था। उसी समय उक्त टिकिटो का जमकर विरोध भी हुआ था। अब इसके बाद फिर एक बार लालवानी चुनाव मंच पर आ गए है। ऐसे में कार्यकर्ता अंदरूनी तौर पर यह चर्चा कर रहे है कि शंकर सांसद तो यू भी बन ही जायेंगे, लेकिन इसकी गारंटी है कि वे चुनाव के बाद कार्यकर्ताओं की फजियत नही करेंगे।
शंकर की किस्मत उनके नाम के अनुसार ही चलती है। इसलिए पुराना रिकॉर्ड देखा जाए तो शंकर से कई कार्यकर्ता उनका भला नही करने पर दूर भी हो चुके हैं। वही उनकी एक बेहतर टीम भी उनके साथ नही दिखाई देती है। इसका मुख्य करना अपने कार्यकर्ताओ को कही भी एकजेस्ट करना नही है।
शंकर किस्मत के भले ही धनी कहलाते हो, लेकिन हकीकत में कार्यकर्ताओ को केवल उनके नगर अध्यक्ष रहते हुए ही प्रकोष्ठ में जगह मिल पाई थी। इसमें भी शंकर ने केवल अपनी ढपली बजाई। इसके बाद लगातार शंकर केवल अपनी उच्चाइयों पर ही ध्यान देते रहे।