इच्छापूर्ति डॉट काम ने उज्जैन के कई छोटे दुकानदारों को झांसे में लेकर लाखों रुपए झटके

 

खून-पसीने की कमाई लुटाने के बाद ठगी का शिकार हुए पीड़ित परेशान, भटक रहे न्याय के लिए

उज्जैन। इच्छापूर्ति डॉट काम ( ichchapurti.com ) नामक एक कंपनी ने किराना दुकान चलाने जैसे कई छोटे दुकानदारों को झांसा देकर लाखों रुपये समेट लिए। छोटे दुकानदारों को प्रोडक्ट बेचने के नाम पर बेवकूफ बनाया और अब उनसे लिए गए रुपए भी नहीं लौटा रही है। अपने खून पसीने की कमाई से जैसे- तैसे रुपए इकट्ठा कर कंपनी को देने वाले दुकानदारों की इच्छा पूर्ति तो नहीं हुई, अलबत्ता अब वे अपने रुपए वापसी तथा न्याय के लिए भटक रहे हैं।
फरियादी अंकुश त्रिवेदी का कहना है कि उन्होंने ईओडब्ल्यू में इस संबंध में शिकायत की है। उन्हें पता चला है कि न जाने ऐसे कितने ही लोग हैं, जो इस कंपनी के झांसे में आकर लाखों रुपए लुटा चुके है। कंपनी का शिकार हुए अंकुश त्रिवेदी के अनुसार ईओडब्ल्यू में उनके तथा कुछ अन्य पीड़ितों के बयान भी हुए हैं, परंतु अभी तक आगे कार्रवाई नहीं हुई है।

इस तरह झांसे में आए पीड़ित

शिकायतकर्ता अशोक कुमार जैन, चंद्रकांत जैन और अंकुश त्रिवेदी के अनुसार वे लोग उज्जैन शहर में छोटा सा व्यापार करके अपने परिवार की गुजर- बसर करते हैं। सन 2021 में ichchapurti.com के आशुतोष पंडित, लोकेंद्र सिंह, पंकज सिंह, गोपाल सिंह हीरावत द्वारा उनसे संपर्क किया गया। उन्होंने कहा कि हम उक्त कंपनी के मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव हैं। हमारी कंपनी के अध्यक्ष डॉ. संजय सिंह एवं मैनेजिंग डायरेक्टर योगराज शर्मा है। उक्त कंपनी ने बताया कि एफएमसीजी प्रोडक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स एंड होम, फुटवियर, क्रॉकरी, किचन सामान, बेबी प्रोडक्ट्स, डिजिटल बैंकिंग सर्विस, एंटरटेनमेंट सर्विस तथा अन्य कई वस्तुओं में अच्छा डिस्काउंट दिया जाता है। शिकायतकर्ता किराना आइटम तथा कॉस्मेटिक आदि वस्तु का क्रय- विक्रय करते हैं। इन सामानों को दूसरी कंपनियों से खरीदते हैं और फिर बेचते हैं। कंपनी के लोगों ने शिकायतकर्ताओं को अपने इस झांसे में यह कहकर उलझा लिया कि एफएमसीजी प्रोडक्ट किराने की वस्तु का डिस्ट्रीब्यूटर, होलसेल के बराबर डिस्काउंट दिया जाएगा। इससे बहुत फायदा होगा, परंतु कंपनी की फ्रेंचाइजी लेनी होगी। बेलापुर लाकर उक्त लोगों ने बताया कि कंपनी की मेंबरशिप लेनी होगी। अनुबंध बनाने में 75000 रुपये लगेंगे। उज्जैन शहर के 1 किलोमीटर के एरिया में आपकी दुकान के अलावा हम किसी को फ्रेंचाइजी नहीं देंगे। भोले -भाले दुकानदार इनके झांसे में आ गए। शिकायतकर्ता अशोक कुमार जैन को आरोपियों ने एक ब्रोशर दिया, जिसमें उनकी सारी शर्त एवं उनके प्रोडक्ट के विषय में समझाया गया था।

रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में वसूल लिए 25000 रुपये

रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में 25000 रुपये आरटीजीएस के माध्यम से दे दिए गए। 15 दिन बाद 75000 मेंबरशिप एवं अनुबंध पत्र दिनांक 30- 9- 2021 को सीजीजे सॉल्यूशन के नाम करवाया गया। इसके बाद अनुबंध पत्र 100 रुपये के स्टाम्प पर बनवाया।

 

 

अनुबंध पत्र के एक माह बाद 60 हजार रुपए एफएमसीजी प्रोडक्ट तथा किराने की वस्तु भेजने के लिये दिए। इस पर अशोक कुमार जैन को 40 हजार रुपये का समान ही प्राप्त हुआ।

कंपनी द्वारा दिए गए चेक बाउंस

इसके बाद प्रार्थी अशोक कुमार जैन को दिनांक 19- 12- 2021 को कंपनी की शर्तों के अनुसार उनके एग्जीक्यूटिव सदस्यों के साथ ज्वाइन करने के नाम से महानंदा नगर उज्जैन में व्यापार की शुरुआत की गई। कंपनी द्वारा 500 रुपये प्रतिमाह प्रति घर ग्राहक के हिसाब से लेकर रजिस्ट्रेशन किया गया। कुछ दिन बाद कंपनी के डायरेक्टर द्वारा तीन चेक आईसीआईसीआई बैंक शाखा जनकपुरी दिल्ली के दिए गए। यह तीनों चेक बैंक खाते में प्रस्तुत किए गए, तो चेक अनादर हो गए। इसी तरह शिकायतकर्ता चंद्रप्रकाश जैन को भी आरोपियों ने एक ब्रोशर दिया। 25000 रपये ऑनलाइन के माध्यम से चंद्रप्रकाश ने रजिस्ट्रेशन की फीस दी। यही प्रक्रिया अपनाते हुए तीन चेक चंद्रप्रकाश जैन को भी दिए गए, जो बाउंस हो गए। इसी तरह अंकुश त्रिवेदी निवासी उज्जैन को आरोपियों ने एक ब्रोशर दिया, जिसमें उनकी सारी शर्त एवं प्रोडक्ट के विषय में समझाया गया था। रजिस्ट्रेशन की फीस के रूप में 25000 रुपये अंकुश से भी लिए गए। जब बीपी कोड के माध्यम से कंपनी से संपर्क किया तो कंपनी के गुड़गांव स्थित उद्योग विहार के ऑफिस में जाकर कंपनी के मार्केटिंग डायरेक्टर युग कौशिक और विशाल से संपर्क किया गया। दोनों से चर्चा के बाद शंका होने के कारण अंकुश ने आगे की प्रक्रिया रोक दी। 25000 रुपये वापस मांगने पर नहीं दिए गए। शिकायतकर्ता ने जैसे ही शिकायत की तो आरोपियों द्वारा कंपनी का फोन आया कि आप अभी चेक मत लगाना। हम आपको दूसरा चेक देंगे। आपको तुरंत मिल जाएगा। कंपनी ने बाद में न तो चेक दिया और न ही अब संपर्क कर रहे हैं।

पैसा मांगा तो बदले में मिली गाली गलौज

शिकायतकर्ता ने जब अपने रुपए वापस मांगने के लिए कंपनी से संपर्क किया तो वह फोन पर आरोपियों को गाली गलौज करते हैं तथा जान से मारने की धमकी देते हैं। फरियादियों ने मांग की है कि संजय साहू सिंह, मैनेजिंग डायरेक्टर योगराज शर्मा तथा कंपनी के मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव आशुतोष पंडित, लोकेंद्र सिंह, पंकज सिंह, गोपाल सिंह हीरावत, युग कौशिक, विशाल भार्गव के विरुद्ध धोखाधड़ी जालसाजी तथा गाली गलौज एवं जान से मारने की रिपोर्ट लिखी जाए तथा उनका रुपया वापस दिलवाया जाए।