दैनिक अवंतिका में प्रकाशित खबर का मात्र 8-10 घंटे में जबरदस्त असर, उज्जैन में इच्छापूर्ति डॉट काम कंपनी ने अंततः पीड़ितों के रुपये लौटाए
उज्जैन। इच्छापूर्ति डॉट काम ( ichchhapurti.com ) द्वारा उज्जैन के कई छोटे दुकानदारों को झांसे में लेकर लाखों रुपए झटकने की खबर दैनिक अवंतिका द्वारा प्रकाशित करने के बाद महज 8-10 घंटे में ही इसका जबरदस्त असर हुआ। खबर थी कि छोटे दुकानदारों को प्रोडक्ट बेचने के नाम पर बेवकूफ बनाया गया और अब उनसे लिए गए रुपए लौटाए भी नहीं जा रहे हैं। दैनिक अवंतिका में यह खबर प्रकाशित होते ही कंपनी के बंदों ने फरियादी अंकुश त्रिवेदी को 25000 रुपये लौटा दिए। इसी तरह दो अन्य पीड़ित हर्ष शर्मा तथा दुर्गा प्रसाद को भी उनके 25- 25000 रुपए लौटा दिए गए। कंपनी के लोगों ने आश्वासन दिया है कि अन्य जिन लोगों के पैसे लिए थे, वह भी शीघ्र ही वापस कर दिए जाएंगे। जिन पीड़ितों के पैसे एक लाख रुपये या उससे अधिक हैं, उन्हें अभी 25000 और बाकी तीन माह में पूरे पैसे लौटा दिए जाएंगे।
पीड़ित अंकुश त्रिवेदी ने कहा- थैंक्यू दैनिक अवंतिका
कई सालों से अपने इन पैसों की वापसी के लिए भटक रहे अंकुश त्रिवेदी तथा अन्य फरियादियों की अब जाकर मुराद पूरी हुई है। पीड़ित अंकुश त्रिवेदी ने तो अपने खून- पसीने की कमाई वापस मिलते ही खुलकर कहा – थैंक्यू दैनिक अवंतिका। आपकी खबर का व्यापक असर हुआ और हमें आपकी खबर के कारण ही न्याय मिल सका। दैनिक अवंतिका की खबर का ही यह असर है कि पीड़ित शिकायतकर्ताओं को कंपनी की ओर से आए लोगों ने बुलाकर पैसे लौटाए। गौरतलब है कि दैनिक अवंतिका ने आज ही दिनांक 27 मार्च 2024 को प्रथम पृष्ठ पर जनहित की यह खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर में बताया गया था उज्जैन में इच्छापूर्ति डॉट काम नामक एक कंपनी ने किराना दुकान चलाने जैसे कई छोटे दुकानदारों को झांसा देकर लाखों रुपये समेट लिए। छोटे दुकानदारों को प्रोडक्ट बेचने के नाम पर बेवकूफ बनाया और अब उनसे लिए गए रुपए भी नहीं लौटा रही है। अपने खून पसीने की कमाई से जैसे- तैसे रुपए इकट्ठा कर कंपनी को देने वाले दुकानदारों की इच्छा पूर्ति तो नहीं हुई, अलबत्ता अब वे अपने रुपए वापसी तथा न्याय के लिए भटक रहे हैं।
फरियादी अंकुश त्रिवेदी का कहना है कि उन्होंने ईओडब्ल्यू में इस संबंध में शिकायत की है। उन्हें पता चला है कि न जाने ऐसे कितने ही लोग हैं, जो इस कंपनी के झांसे में आकर लाखों रुपए लुटा चुके है। कंपनी का शिकार हुए अंकुश त्रिवेदी के अनुसार ईओडब्ल्यू में उनके तथा कुछ अन्य पीड़ितों के बयान भी हुए हैं, परंतु अभी तक आगे कार्रवाई नहीं हुई है।
इस तरह झांसे में आए पीड़ित
शिकायतकर्ता अशोक कुमार जैन, चंद्रकांत जैन और अंकुश त्रिवेदी के अनुसार वे लोग उज्जैन शहर में छोटा सा व्यापार करके अपने परिवार की गुजर- बसर करते हैं। सन 2021 में ichchapurti.com के आशुतोष पंडित, लोकेंद्र सिंह, पंकज सिंह, गोपाल सिंह हीरावत द्वारा उनसे संपर्क किया गया। उन्होंने कहा कि हम उक्त कंपनी के मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव हैं। हमारी कंपनी के अध्यक्ष डॉ. संजय सिंह एवं मैनेजिंग डायरेक्टर योगराज शर्मा है। उक्त कंपनी ने बताया कि एफएमसीजी प्रोडक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स एंड होम, फुटवियर, क्रॉकरी, किचन सामान, बेबी प्रोडक्ट्स, डिजिटल बैंकिंग सर्विस, एंटरटेनमेंट सर्विस तथा अन्य कई वस्तुओं में अच्छा डिस्काउंट दिया जाता है। शिकायतकर्ता किराना आइटम तथा कॉस्मेटिक आदि वस्तु का क्रय- विक्रय करते हैं। इन सामानों को दूसरी कंपनियों से खरीदते हैं और फिर बेचते हैं। कंपनी के लोगों ने शिकायतकर्ताओं को अपने इस झांसे में यह कहकर उलझा लिया कि एफएमसीजी प्रोडक्ट किराने की वस्तु का डिस्ट्रीब्यूटर, होलसेल के बराबर डिस्काउंट दिया जाएगा। इससे बहुत फायदा होगा, परंतु कंपनी की फ्रेंचाइजी लेनी होगी। बेलापुर लाकर उक्त लोगों ने बताया कि कंपनी की मेंबरशिप लेनी होगी। अनुबंध बनाने में 75000 रुपये लगेंगे। उज्जैन शहर के 1 किलोमीटर के एरिया में आपकी दुकान के अलावा हम किसी को फ्रेंचाइजी नहीं देंगे। भोले -भाले दुकानदार इनके झांसे में आ गए।