कांग्रेस इंदौर का भी बना रही अलग घोषणा पत्र, भाजपा ने कहा जरूरत नहीं
इंदौर। भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों द्वारा प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के बाद शहर में, अब धीरे-धीरे चुनावी माहौल बनने लगा है। हालांकि भाजपा के मुकाबले कांग्रेस अब भी बहुत पीछे है। भाजपा नेता जहां घर-घर दस्तक देकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राम-राम लोगों पहुंचाने में लगे हैं, वहीं कांग्रेस शहर के लिए अलग से घोषणा पत्र तैयार करने में जुटी है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राष्ट्रीय घोषणा पत्र में शहर को वह महत्व नहीं मिल पाता, जिसका यह हकदार है। स्वच्छता के साथ हमारी पहचान मां अहिल्या की वजह से भी है। पार्टी का राष्ट्रीय घोषणा राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर होता है, जबकि शहर की कई समस्याएं ऐसी हैं, जिनका समाधान मतदाता चाहते हैं। यही वजह है कि कांग्रेस इस बार इंदौर के लिए पृथक घोषणा पत्र के नवाचार के साथ मतदाताओं के बीच जाने की तैयार कर रही है।
कांग्रेस का कहना है कि इंदौर के लिए तैयार किए जा रहे घोषणा पत्र में वह युवाओं और व्यापारियों की समस्याओं को केंद्र में रखेगी। भाजपा का कहना है कि हम तो लगातार शहर का विकास कर ही रहे हैं, इसलिए अलग से घोषणा पत्र की जरूरत नहीं है।