महाकाल भस्मारती अग्निकांड से स्प्रे गायब, जांच रिपोर्ट में सिर्फ गुलाल, मृणाल मीना ने किया प्रशासक पद जॉइन
ब्रह्मास्त्र. उज्जैन
महाकाल भस्मारती अग्निकांड की मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट में गुलाल को हादसे का कारण बताया है, कहीं भी स्प्रे गुलाल का उल्लेख तक नहीं है। भस्मारती के समय जो लोगों ने देखा उसके मुताबिक स्प्रे गन से गुलाल उड़ाया था। पंडे पुजारियों के यजमान स्प्रे गन लाए थे। जांच में इसको अधिकारी गायब कर बैठे। नए प्रशासक मृणाल मीना ने शुक्रवार प्रातः 10 बजे जॉइन किया है।
भस्मारती में युवक प्रथम बार धुलेंडी पर स्प्रे गन लेकर आए थे। पहले कभी गर्भगृह में स्प्रे गन नहीं लाए थे। जिससे होली पर्व पर मंदिर में पूर्व में भी गुलाल भक्तों पर उड़ाते थे। उस दिन भस्मारती में शामिल कई श्रद्धालु हैरान हैं। उनको समझ नहीं आ रहा कि स्प्रे गन से गुलाल छिड़कने की बात क्यों छिपाई जा रही। सोमवार को धुलेंडी (रंगपर्व) पर भस्म आरती के दौरान महाकाल मंदिर के गर्भगृह में लगी आग के मामले में मजिस्ट्रियल जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट कल आई है। रिपोर्ट में केमिकल युक्त तथा अधिक मात्रा में गुलाल से आग लगने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि घटना के समय मंदिर में तैनात सुरक्षा एजेंसी के कर्मचारियों, प्रोटोकाल कर्मियों, अधिकारियों और कुछ पुजारियों ने अपनी जिम्मेदारी की अनदेखी की। केमिकल युक्त गुलाल का भीतर आना, फिर आरती के दौरान उसे उड़ाया जाना, इस बात की पुष्टि करता है। फिलहाल जांच रिपोर्ट में किसी के नाम का उल्लेख नहीं किया गया है।
प्रशासक बदला, मीना को प्रभार
प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद गुरुवार रात कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने मंदिर प्रशासक को बदल दिया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीना को आगामी आदेश तक अपने दायित्वों के साथ महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के प्रशासक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि जिस-जिस स्तर पर लापरवाही हुई है, उन सभी जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी। फिलहाल सुरक्षा एजेंसी, कर्मचारियों, अधिकारियों और कुछ पुजारियों को नोटिस जारी कर उनके बयान लिए जाएंगे। इसके अलावा गुलाल भीतर ले जाने और उड़ाने वालों को भी चिह्नित किया जा रहा है। कलेक्टर के अनुसार फिलहाल जांच जारी रहेगी।