मारियानगर कैथोलिक चर्च से गुड फ्राइडे पर निकाली गई क्रूस यात्रा -प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाने का विशप ने सुनाया दृष्टांत
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) 40 दिनों की उपवास आराधना और दुख भोग सप्ताह के बाद शुक्रवार को ईसाई समाज के अनुयायियों ने गुड फ्राइडे की आराधना नम आंखों से की। दोपहर 3 बजे मारिया नगर कैथोलिक चर्च में विशेष प्रार्थना सभा की शुरूआत हुई। धर्माध्यक्ष विशप सेबास्टियन वडक्केल ने प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाए जाने का दृष्टांत धर्मग्रंथ के आधार पर सुनाया। उसके बाद शाम 6 बजे क्रूस यात्रा निकाली गई।ईसाई की समाज प्रभु यीशु ने सभी जाति के लोगों के उद्धार और पापों की क्षमा के लिए क्रूस पर अपनी जान दी थी। प्रभु यीशु के अच्छे कामों से नाराज यहूदियों ने उन्हें कांटों का ताज पहना कर सूली पर चढ़ा दिया था। इसी दिन को स्मरण करते हुए समाजजनों ने शुक्रवार को गुड फ्राइडे मनाया है। सुबह से ही मारिया नगर चर्च में गुड फ्राइडे की आराधना की तैयारियां शुरू हो गई थी। दोपहर 3 बजे से समाज के हजारों अनुयायी चर्च भवन में पहुंचना शुरू हो गये थे। विशेष प्रार्थना सभा के साथ आराधना की शुरूआत की गई। इस दौरान धर्माध्यक्ष विशप ने प्रभु यीशु के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके सुली पर चढ़ाए जाने से उनके प्राण त्यागने तक का दृष्टांत सुनाया। सूली पर चढ़ाई जाने के दौरान प्रभु को मारे गये 39 कोड़े और सात वचनों को समाजजनों के बीच रखा। जिसे सुनकर प्रार्थना सभा में शामिल लोगों की आंखे भर आई। प्रभु यीशु ने हमारे पापों के लिये अपने प्राण त्याग दिये थे। शाम तक चली आराधना के बाद चर्च प्रांगण से क्रूस यात्रा निकाली गई। जो देवासरोड पेट्रोल पंप से ऋषिनगर होते हुए वापस चर्च प्रांगण पहुंचकर समाप्त हुई। रविवार को होगी ईस्टर आराधना गुड फ्राइडे पर प्रभु यीशु के सूली पर चढ़ाए जाने के 3 दिन बाद रविवार को ईसाई समाज ईस्टर पर्व की आराधना करेगा। इस दिन समाजजन प्रभु यीशु के मृतको में से पुन: जीवित होने की खुशियां मनाएंगे। ईसाई समाज के अनुसार प्रभु यीशु तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे थे। ईस्टर पर्व की आराधना मारिया नगर चर्च में तड़के 4 बजे आराधना होगी। जिसके बाद सभी एक दूसरे को गले लगकर बधाई देगें। ईस्टर आराधना के 21 दिन बाद प्रभु यीशु का स्वर्गारोहण दिवस मनाया जाएगा। धर्मग्रंथ बाईबल के अनुसार यीशु के जीवित होने के बाद वह 21 दिनों तक अपनों के बीच रहे थे और उसके बाद स्वर्ग पर उठा लिये गये थे।