फूल-प्रसाद नहीं खरीदने पर सुप्रीम कोर्ट के अभिभाषक पर हमला -बेटी के साथ की अश्लीलता, प्रशासन ने दुकानों पर चलाई जेसीबी
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) धार्मिक नगरी में रविवार को काल भैरव मंदिर के बाहर फूल-प्रसाद बेचने वालों ने सुप्रीम कोर्ट के शासकीय अभिभाषक पर हमला कर दिया। परिवार की महिलाओं से अश्लीलता की और बच्चों के कपड़े फाड़ दिये। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, एसपी प्रदीप शर्मा ने मामला गंभीरता से लिया और मंदिर के बाहर बनी दुकानों पर जेसीबी चलाकर सभी को हटा दिया।मुम्बई के बोरीवली वेस्ट के रहने वाले अमरदीप पिता रमेश भट्टाचार्य सुप्रीम कोर्ट में शासकीय अभिभाषक है। उनकी पत्नी शैलजा वकील है। दोनों बड़े भाई ऋषिकेश भट्टाचार्य, भाभी अनुपमा और पांच बच्चों के साथ रविवार को काल भैरव मंदिर मैजिक से पहुंचे थे। मंदिर जाते समय दुकानदारों ने उनसे फूल-प्रसाद लेने की जिद की। उन्होने प्रसाद लेने की बात कही। कुछ देर बाद मंदिर से दर्शन कर लौटे तो राजा भाटी और उसके साथियों आकाश, हर्ष और अन्य ने रोक लिया। प्रसाद नहीं लेने पर कहने लगे कि गाड़ी यहां लगाई थी तो प्रसाद भी लेना पड़ेगा। उन्होने मैजिक में प्रसाद फेंक दिया और रूपये मांगने लगे। मैजिक चालक कमल ने श्रद्धालुओं से जबरदस्ती होती देख विरोध किया तो रवि भाटी ने अपने कई साथियों के साथ मिलकर लोहे की रॉड, डंडे और ताल-घूसों से हमला कर दिया। अमरदीप पर हमला होता देख पत्नी, बेटी नेत्रा, पुत्र युवराज, जीत, इश्तिा बीच बचाव में आई तो कुछ दुकानदारों ने उनकी बेटी के साथ अश्लीलता शुरू कर दी। अमरजीत सिर में लोहे की रॉड लगने पर घायल हो चुके थे। युवराज, और जीत के कपड़े फट गये थे और चोंट लगी थी। मैजिक चालक सभी को भैरवगढ़ थाने लेकर पहुंचा। पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल उपचार के लिये भेजा। जहां अमरजीत को गंभीर चोंट होने पर भर्ती किया गया। युवराज और जीत का प्राथमिक उपचार दिया गया। एसपी प्रदीप शर्मा तक घटनाक्रम पहुंचा तो उन्होने भैरवगढ़ थाना पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये। पुलिस ने घायल अमरदीप की बेटी नेत्रा की शिकायत पर राजा भाटी सहित अन्य के खिलाफ धारा 354, 327, 341, 323, 506 का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किये। बताया जा रहा है कि शाम तक कुछ को हिरासत में ले लिया गया था।
जेसीबी लेकर पहुंची प्रशासन की टीम और पुलिस मुम्बई के श्रद्धालु परिवार के साथ फूल-प्रसाद बेचने वालों द्वारा की गई अश्लीलता और हमले की खबर कलेक्टर नीरज कुमार सिंहतक पहुंची तो उन्होने सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया और नगर निगम की जेसीबी के साथ अतिक्रमण गैंग काल भैरव मंदिर पहुंची गई। कुछ देर में ही 25 से अधिक दुकानों को तहस-नहस कर दिया गया। इस दौरान भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया था। बताया जा रहा था कि दुकाने अवैध तरीके से लगाई थी। दुकानदार आये दिन श्रद्धालुओं से जबरदस्ती करते थे। वहीं श्रद्धालुओं को लेकर आने वाले वाहन चालको से भी वसूली की जाती थी। महाकाल मंदिर से पहुंचे थे काल भैरव मुम्बई का परिवार दो दिन पहले उज्जैन पहुंचा था, उन्होने रविवार सुबह बाबा महाकाल की भस्मारती की बुकिंग कराई थी। सुबह भस्मारती के बाद पूरा परिवार 24 खंबा माता मंदिर से मैजिक में सवार होकर काल भैरव मंदिर पहुंचा था। जहां उनके साथ दुकानदारों ने हमला किया। परिजनों ने बताया कि घटना के बाद जब परिवार थाने पहुंचा और वहां से अस्पताल भेजा गया तो कुछ दुकानदार पीछा करते हुए अस्पताल तक आ गये थे। अस्पताल में उन्होने मैजिक चालक को धमकाने का प्रयास किया। उसके बाद पुलिस की टीम आई।
आबकारी टीम पर कर चुके है हमलाकुछ साल पहले काल भैरव मंदिर के आसपास दुकाने लगाने वाले आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब को लेकर की गई कार्रवाई के दौरान भी हमला कर चुके है। बाबा काल भैरव को शराब चढ़ाई जाती है। जिसके चलते यहां शासकीय दुकान आबकारी विभाग द्वारा खोली गई है, लेकिन फूल-प्रसाद की दुकान लगाने वाले अवैध तरीके से शराब बेचने का काम करते है। आबकारी के कार्रवाई के दौरान कुछ अधिकारी घायल हुए थे, उस दौरान भी अवैध दुकाने हटाई गई थी, लेकिन पिछले 2 सालों से श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होने पर फिर से अवैध दुकाने मंदिर के आसपास लग चुकी है।