इस बार शोभन योग की साक्षी में  मनाई जाएगी हनुमान अष्टमी

– मंगलशनिराहु की प्रसन्नता के लिए करें इस दिन विशेष प्रयोग

ब्रह्मास्त्र उज्जैन। पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी उज्जैन में हनुमान अष्टमी पर्व के रूप में मनाई जाएगी। इस बार सोमवार के दिन हस्त नक्षत्र एवं शोभन योग की साक्षी में यह पर्व मनेगा।

इस दौरान मंगल, शनि व राहू ग्रह की शांति के लिए विशेष प्रयोग करें तो सफलता मिलेगी। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया कि ग्रहों की शांति व प्रसन्नता के लिए हनुमान अष्टमी श्रेष्ठ मानी जाती है। इस तिथि पर किए गए धार्मिक अनुष्ठान अनुकूलता प्रदान करते हैं। वहीं मंगल, शनि व राहु तीनों ग्रहों की अनुकूलता के लिए हनुमानजी की साधना ही लाभकारी बताई गई है।

अष्टमी पर्व पर इस प्रकार करें हनुमानजी महाराज की साधना

जन्म कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या राहु की महादशा या मंगल की महादशा या इनके मार्केश के प्रभाव है तो इसे दूर करने के लिए हनुमानजी की उपासना करना श्रेष्ठ है। हनुमान मंदिर में लाल ध्वजा, हनुमानजी को सिंदूर का चोला, चूरमे का भोग, सुंदरकांड, हनुमान अष्टक, हनुमान कवच, हनुमान एकाक्षरी बीज मंत्र पाठ यथा संख्या करे तो अनुकूलता मिलेगी।

उज्जैन में है 108 हनुमान यात्रा करने का विशेष महत

उज्जैन में हनुमान अष्टमी के दिन ही 108 हनुमान की यात्रा का भी विशेष महत्व है। धार्मिक नगरी उज्जैन में हनुमानजी के विभिन्न स्वरूपों के अनेक प्राचीन मंदिर है जिनका स्थानीय महत्व भी है। अष्टमी के दिन इन मंदिरों में जाकर पूजन से अनुकूलता होती है।