8 अप्रैल को सोमवती अमावस्या उज्जैन की शिप्रा में होगा नहान
चैत्र की अमावस्या पर इस बार सोमवार होने से बन रहा संयोग
दैनिक अवन्तिका उज्जैन
8 अप्रैल को सोमवती अमावस्या आ रही है। इस दिन उज्जैन की शिप्रा मेंं पर्व स्नान होगा। देशभर से हजारों श्रद्धालु यहां अमावस्या पर नहान व पितरों की शांति के लिए पूजन-अर्चन करने आएंगे।
चैत्र मास की अमावस्या इस बार सोमवार के दिन आने से सोमवती अमावस्या का संयोग बन रहा है, इसलिए यह दिन स्नान, दान-पुण्य के लिए और भी खास हो जाएगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया कि ऐसा संयोग साल में एक या दो बार ही बनता है। पुराणों में अमावस्या को महापर्व कहा है, क्योंकि इस दिन किए गए स्नान-दान से महापुण्य की प्राप्ति होती है।
साल 2024 में दो बार और बनेगा सोमवती अमावस्या पर्व का योग
साल 2024 में 8 अप्रैल के बाद सोमवती अमावस्या पर्व का संयोग दो बार और बनेगा। अप्रैल के बाद 2 सितंबर को और आगे 30 दिसंबर को सोमवती अमावस्या पर्व आएगा। सितंबर में जो अमावस्या आएगी वह भाद्रपद महीने की अमावस्या होगी और दिसंबर की अमावस्या पौष महीने की अमावस्या रहेगी।
पितरों की तृप्ति लिए पीपल के पेड़ की पूजा
से मिलेगा फल
ॅ पीपल के पेड़ में पितर और सभी देवताओं का वास होता है, इसलिए सोमवती अमावस्या के दिन दूध में पानी और काले तिल मिलाकर पीपल को चढ़ाएं।
ॅ इससे पितृदोष से मुक्ति मिल जाती है। इसके बाद पीपल की पूजा और परिक्रमा करने से सभी देवता प्रसन्न होते हैं।
ॅ धर्म-शास्त्र में बताया है कि पीपल की परिक्रमा करने से महिलाओं का सौभाग्य भी बढ़ता है, इसलिए इसे अश्वत्थ प्रदक्षिणा व्रत भी कहा है।