भाजपा के स्थापना दिवस पर उज्जैन में कांग्रेस को तगडा झटका, -पूर्व विधायक रामलाल मालवीय सहित सचिन पाटनी एवं अन्य 25 नेता, एक हजार से अधिक अन्य दलों के कार्यकर्ता भाजपा में शामिल
उज्जैन । भाजपा ने शनिवार को अपने स्थापना दिवस पर कांग्रेस को बडा झटका दिया है। कांग्रेस से घट्टिया क्षेत्र के तीन बार विधायक रहे रामलाल मालवीय एवं युवक कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष सचिन पाटनी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इनके साथ ही करीब 2 दर्जन से अधिक कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया ।
भाजपा का स्थापना दिवस छह अप्रैल को पूरे प्रदेश में मनाया गया। इसके तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए । हर बूथ पर टोली बनाकर संगठन से मिली प्रचार सामग्री को भाजपा कार्यकर्ता और नेताओं ने घर-घर बांटा । प्रत्येक बूध के लाभार्थी के साथ नेताओं ने फोटो खिंचवाकर संगठन के और मोदी एप पर अपलोड किया। इस दौरान प्रचार सामग्री में मिला स्टीकर लाभार्थी के घर के बाहर भाजपा नेताओं ने चिपकाकर इसका फोटो भी खींचकर एप पर डाला है। बूथों पर संगठन और सरकार की योजना का जिक्र भी आमजन से किया गया। शहर के करीब 450 बूथ एवं और ग्रामीण के 1349 बूथ पर आयोजन के तहत काम किया गया।
बोरमुंडला सर्वमान्य नेता के रूप में सामने आए-
शनिवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक रामलाल मालवीय के साथ ही युवक कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष सचिन पाटनी ने राजधानी भोपाल में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा,मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उनका स्वागत किया। श्री मालवीय के भाजपा में आने के रणनीति के पीछे भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे है। भाजपा जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला का इससे कद बडा है। बताया जा रहा है कि उनकी निष्पक्षता एवं सर्वमान्यता के चलते ही पूर्व विधायक मालवीय जो कि कांग्रेस के दिग्गज दिग्विजयसिंह के खासमखास रहे हैं ने भाजपा का रूख किया है। पूरे जिले में ही बोरमुंडला स्वतंत्र और निष्पक्ष भाव से ही कार्यअंजाम देते रहे हैं। जमीनी कार्यकर्ता से जिलाध्यक्ष तक का सफर तय करने वाले बोरमुंडला ने दो दिन पूर्व भी बडनगर में दो बडे नेताओं को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाई थी। इस राजनैतिक घटनाक्रम के बाद वे सर्वमान्य नेता के रूप में उभरकर सामने आए हैं। स्थापना दिवस पर श्री बोरमुंडला ने इसके साथ ही पूर्व जनपद उपाध्यक्ष बहादुरसिंह पटेल,ब्लाक अध्यक्ष रमेंश गनावा, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष हाकसिंह पटेल , कैलाश जाट , विक्रमसिंह सुरासा,जितेन्द्र शिंदे,पर्वतसिंह पटेल,संदीप बोरमुंडला,भारतसिंह पंवार, बाबूसिंह रामगढ,निलेश पटेल, नितिन शर्मा, पदमसिंह दरबार, लाखन सिंह , बहादूरसिंह , भारतसिंह आंजना, संदीप पटेल गनावा को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाई है। श्री बोरमुंडला ने दावा किया कि दो दर्जन से अधिक नेताओं के साथ ही जिले के 1349 बूथ पर एक हजार से अधिक अन्य दलों के कार्यकर्ताओं ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है।
स्थापना दिवस पर उज्जैन शहरी क्षेत्र में भाजपा ने अपने दरवाजे कांग्रेस के आम कार्यकर्ता के लिए खोले । भाजपा नगरअध्यक्ष विवेक जोशी बताते हैं कि कांग्रेस के करीब 300 से अधिक जमीनी कार्यकर्ताओं ने भाजपा की सदस्यता कार्यालय पहुंचकर ली है। इसके साथ ही स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं के घर झंडे लगाए गए। मतदान केंद्र वार बैठकें की गई । भाजपा की विचार धारा का प्रचार प्रसार किया ।
भाजपा 370 के लक्ष्य की और-
स्थापना दिवस पर प्रदेश भर में अन्य दलों के लाखों कार्यकर्ताओं और नेताओं को सदस्यता दिए जाने के पीछे भाजपा का लक्ष्य जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के उपलक्ष्य में हर बूथ पर 370 वोट बढाने का लक्ष्य है। इसे साधने के लिए शनिवार को भाजपा ने बडा कदम उठाया है। विधानसभा चुनाव में अनेक बूथों भाजपा को चुनौती मिली थी। ऐसे बूथों पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य उनके सामने टेढी खीर माना जा रहा है। भाजपा संगठन ने बूथों को चार श्रेणियों में बांटा है। इसके तहत ए श्रेणी बूथ वो है जिसमें संगठन को सर्वाधिक वोट मिले हैं। बी श्रेणी बूथ वो है जिसमें भाजपा को कांग्रेस से ज्यादा परन्तु संतोषजनक वोट मिले हैं। सी श्रेणी बूथ वो है जिसमें संगठन को कांग्रेस से कम वोट मिले हैं और डी बूथ वो हैं जहां भाजपा को 10 से 25 वोट ही मिले हैं। सभी नेताओं को सी और डी श्रेणी में सुधार का लक्ष्य दिया गया है। कांग्रेस के ज्यादा से ज्यादा नेताओं और कार्यकर्ताओं को भाजपा से जोड़ने पर भाजपा का लक्ष्य आसान हो जाएगा।
कांग्रेस में बौखलाहट-
घट्टिया के पूर्व विधायक रामलाल मालवीय के शनिवार को राजधानी में पहुंचकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर लेने से कांग्रेस में बौखलाहट साफ तौर पर सामने देखी गई । कांग्रेस नेताओं ने सार्वजनिक रूप से ही अपना गुस्सा व्यक्त किया। यहां तक सोश्यल मिडिया पर एक अल्पसंख्यक नेता ने अपने व्हाटसप के स्टेटस पर लिखा की “रामलाल कई सालों से दोगले ने हजारों मुस्लिम वोट लेकर उनको धोखा दिया”।