भस्मारती अनुमति कराने में हार-फूल वालों से लेकर आॅटो चालक तक शामिल
एसपी ने मंदिर में तैनात एक पुलिस वाले को भी सस्पेंड किया
दैनिक अवन्तिका उज्जैन
उज्जैन के महाकाल मंदिर में रोज तड़के 4 बजे होने वाली भस्मारती इतनी फेमस व वीआईपी हो चुकी है कि आम लोगों के लिए इसकी अनुमति कराना आसान नहीं रह गया। बिना रुपए के यहां कुछ भी संभव नहीं है।
आम लोगों के लिए अनुमति का कोटा बहुत कम होने से बेचारे श्रद्धालु परेशान होकर इधर-उधर से रुपए का लेनदेन कर अनुमति कराने के लिए दलालों के संपर्क में आ ही जाते हैं। इस पूरे नेटवर्क में मंदिर के बाहर हार-फूल की दुकान लगाने वालों से लेकर आॅटो चालक तक शामिल है। मंदिर के पंडे-पुजारियों के यहां काम करने वाले सहायक पंडित लोगों की भूमिका इसमें सबसे महत्वपूर्ण है। ये ही लोग रोज सुबह इन्हें अंदर कराने में मदद करते हैं। भस्मारती में रूपए लेकर दर्शन कराने वालों में मंदिर में तैनात पुलिस जवान भी शामिल होते हैं। गिरोह में इनकी भूमिका भी कम नहीं होती। क्योंकि सारे प्रमुख गेटों पर पुलिस के जवान तैनात रहते हैं। हाल ही में रुपए लेने की शिकायत सही साबित होने के बाद शनिवार को कार्रवाई करते हुए उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने कॉन्स्टेबल अजीत राठौर को तत्काल आदेश जारी कर सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक कॉन्स्टेबल सस्पेंड रहेगा।