इंदौर में 8 दिन में 8 और 15 दिन में 3 दलितों की हत्या

 

दलित हत्या के विरोध में किया लसुड़िया थाने का घेराव , घंटों तक रहा सड़क पर जाम, हत्यारों के मकान जमींदोज हो- दलित नेता परमार

इन्दौर। पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बावजूद इंदौर में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। शहर में पिछले 8 दिनों में 8 हत्याएं हो चुकी है। रविदास नगर में क्षेत्र के कुख्यात बदमाशों ने दलित युवक दुर्गेश सोलंकी की घर में घुसकर हत्या कर दी |

हत्या में शामिल दबंग आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर घटना में शामिल आरोपियों के मकान तोड़ने और मृतक आश्रितों को राहत राशि दिए जाने की मांग को लेकर अखिल भारतीय बलाई महासंघ ने लसुडिया थाने का घेराव किया और थाने के सामने सड़क जाम कर बैठ गये ।
दलित नेता मनोज परमार ने मौजूद पुलिस अधिकारियों के सामने पीड़ित परिवार का पक्ष रखते हुए कहा कि पिछले 15 दिन में दलित समाज के तीन लोगो की हत्या हो गई, पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी हैं। कार्रवाई के नाम पर कागजो की ख़ाना पूर्ति करती हैं। ग़रीब दलितों को न्याय नहीं मिल रहा इसलिए आंदोलन का सहारा लेना पड़ रहा हैं।
बाणगंगा क्षेत्र में हुई हत्याओ का ज़िक्र करते हुवें परमार ने कहा कोटेश्वर चौरे और उसके कुछ दिन बाद उसके पिता बलराम की भी हत्या वही के नशेड़ी बदमाशों द्वारा कर दी गई। वहाँ भी पुलिस प्रशासन ने आरोपियों के मकान तोड़ने का आश्वसन दिया था, न तो मकान टूटे और न ही राहत राशि मंज़ूर हुई ।

परमार ने कहा पुलिस के सुस्त रवैये के कारण शहर में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं उसी का दुष्परिणाम है दुर्गेश सोलंकी की निर्ममता पूर्वक हत्या
की गई। दलित नेता मनोज परमार ने पुलिस प्रशासन से माँग की कि आरोपियों के मकान जल्द से जल्द तोड़े जाएं। मृतक परिवार को जल्द से जल्द राहत राशि मुहैया की जाये , शेष बचे 6 अन्य आरोपियों की गिरफ़्तारी जल्द से जल्द की जाए ॥
मौके पर मौजूद अधिकारियों एसीपी कुन्दन मण्डलोई, एसीपी पंकज द्विवेदी, टीआई तारेक सोनी ने आंदोलनकारियों को आश्वस्त किया कि दो दिन के भीतर आपकी माँग पूरी कर दी जाएगी।