मप्र में कांग्रेस नए जोश के साथ 29 में से 20 सीटें जीतेगी- कांतिलाल भूरिया का दावा

 

इंदौर। आदिवासी मतदाता बहुल सीटों पर भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों की नजर है। भाजपा जहां आदिवासी नायकों को सम्मान देने का श्रेय खुद को देती है तो कांग्रेस इसे राजनीतिक ड्रामा करार देती है। प्रदेश में कांग्रेसियों के लगातार पार्टी छोड़ने के बीच वरिष्ठ आदिवासी नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया जनजाति बहुल क्षेत्र रतलाम (झाबुआ और आलीराजपुर) से चुनाव लड़ रहे हैं । भूरिया का दावा है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस 29 सीटों में से इस बार 20 सीट जीतेगी। गौर चलाओ है कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ एक सीट छिंदवाड़ा ही हासिल हुई थी।
आठवीं बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे कांतिलाल भूरिया रतलाम-झाबुआ क्षेत्र से पांच बार सांसद रह चुके हैं। दो बार केंद्रीय मंत्री, प्रदेश सरकार में तीन बार मंत्री रहने के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जैसे पदों पर रहने वाले कांतिलाल भूरिया कहते हैं जो लोग कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं वह वैसे भी वर्षों से पार्टी में जमा कचरा ही थे। ऐसे लोगों के जाने से हमारी सेकंड लाइन मजबूती से आगे आ रही है। पार्टी नए जोश और ऊर्जा के साथ मैदान में है।भूरिया का कहना है कि हमारी चुनावी तैयारी पूरी हैं। इस बार का लोकसभा चुनाव अलग तरीके से लड़ा जा रहा है। परिस्थितियां भी इस बार अलग हैं। मतदाता और कार्यकर्ता जागरूक हैं। वे सब समझ रहे हैं कि भाजपा किस तरह की राजनीति कर रही है। मैं पूरे क्षेत्र में घूम रहा हूं और देख रहा हूं। लोगों को सिर्फ बातों से बहलाया नहीं जा सकता। लोगों के हक में किसने लड़ाई लड़ी और उनके साथ कौन खड़ा रहा, वे जानते हैं। इस बार के चुनाव में यह अंतर नजर भी आएगा। हम भाजपा से कड़ा मुकाबला कर रहे हैं।
भाजपा संकुचित मानसिकता की राजनीति करती है। उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों का माहौल खराब किया, लेकिन झूठ की राजनीति कब तक चल पाएगी। जनता को समझ में आने लगा है कि उनके नेता कहते कुछ और करते कुछ हैं। जब से भाजपा सत्ता में है, हालात कितने बिगड़े हैं यह आदिवासी क्षेत्रों में आसानी से देखा जा सकता है। अब जनता भुलावे में नहीं आएगी।
पिछली बार से इस चुनाव की तुलना नहीं की जा सकती है। इस बार न सिर्फ आदिवासी बल्कि ओबीसी भी कांग्रेस के साथ आएंगे। कांग्रेस इस बार प्रदेश मे 20 सीटों पर जीत हासिल करेगी।