ट्रेनों में यात्रा करने वालों के चोरी करते थे मोबाइल, 23 बरामद

दैनिक अवंतिका(उज्जैन) जीआरपी ने कई दिनों की मशक्कत के बाद 9 बदमाशों को पकड़ा है, जो रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्म और चलती ट्रेनों में यात्रियों के मोबाइल चोरी करने की वारदात को अंजाम देते थे। सभी को सायबर तकनीक के माध्यम से हिरासत में लेकर 4 लाख 6 हजार रूपये कीमत के 23 मोबाइल जप्त किये गये। आरोपी खंडवा, इंदौर, ललितपुर, आगरा और शाजापुर के रहने वाले है।लम्बे समय से ट्रेनों में यात्रियों के मोबाइल और बेग चोरी होने की शिकायते जिलों के जीआरपी थानों तक पहुंच रही थी। जिसको लेकर इंदौर रेल पुलिस अधीक्षक संतोष कोरी ने सभी थाना और चौकी प्रभारियों को ऐसी वारदातों में शामिल बदमाशों की धरपकड़ के निर्देश जारी किये थे। उज्जैन जीआरपी ने अपने यहां दर्ज 6 मोबाइल चोरी की वारदातों में सायबर तकनीक से तलाश शुरू की। जिसमें बड़ी सफलता हाथ लगी है। जीआरपी टीआई मोतीराम चौहा ने बताया कि सायबर तकनीक के आधार पर संतोष पिता अनोखीलाल 34 वर्ष, लोकेश पिता राम गोपाल 28 वर्ष निवासी फेफरी सरकार खालवा थाना हसूंद खड़वा हाल मुकाम कुशवाहा नगर इंदौर, करण पिता बाबूसिंह 20 वर्ष पिगडम्बर महू इंदौर, धर्मेन्द्र पिता देवकरण चौहान 46 वर्ष निवासी वारोली अनवासा इंदौर, धनीराम पिता नाथुराम अहिरवार 44 वर्ष ग्राम मसौरा कला ललितपुर, जितेन्द्र पिता राजेन्द्र रजक 20 वर्ष झांसी उत्तरप्रदेश, शिवा पिता पप्पू 19 वर्ष ग्राम अहेला जिला आगरा, जयसिंह पिता सेवाराम ओसवाल 40 वर्ष खंडवा और लक्ष्मण पिता कैलाशचंद्र मीणा 24 वर्ष ग्राम बोलाई जिला शाजापुर को हिरासत में लिया गया। जिनकी निशानदेही से 23 मोबाइल मिलना सामने आया है। 6 मोबाइल उज्जैन रेलवे स्टेशन से चोरी किये गये थे। शेष मोबाइल अन्य स्टेशनों और चलती ट्रेनों में चोरी किये जाना सामने आया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह मोबाइल चोरी करने के बाद किसी भी स्टेशन पर उतर जाते थे। उन्होने इंदौर में अपना ठिकाना बना रखा था। चोरी के मोबाइल कम कीमत में बेचकर मिलने वाले रूपयों से मौज-मस्ती करते थे।