पहली बार में ही विक्रम व्यापार मेले ने ग्वालियर मेले को पीछे छोडा – विक्रम व्यापार मेले में 1200 करोड से अधिक का व्यापार
उज्जैन। उज्जैनी विक्रम व्यापार मेला ने सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं। पहली बार आयोजित मेले में गुडी पडवा दोपहर तक 23267 वाहनों के विक्रय से 1200 करोड़ से अधिक का व्यापार हुआ है। 8 अप्रैल तक मेले में कुल 21596 वाहनों की बिक्री पर 112 करोड़ 32 लाख 31 हजार 654 रुपये के टैक्स की छूट मिली है।
दशहरा मैदान में 9 अप्रैल को उज्जैनी विक्रम व्यापार मेले का समापन किया गया। समापन कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीना और आयुक्त नगर निगम आशीष पाठक ने मेले में सहभागिता करने वाले व्यापारियों और आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले कर्मचारियों को प्रशंसा प्रमाण पत्र दिए गए।
ग्वालियर मेले से ज्यादा –
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी उज्जैन संतोष मालवीय ने बताया कि अभी 2000 से अधिक वाहनों का लगभग 15 करोड़ राजस्व आना शेष हैं। जिससे टैक्स छूट की राशि बढ़कर 125 करोड़ से अधिक होगी। अभी तक आयोजित होने वाले सभी व्यापार मेलों में सबसे ज्यादा है। प्रथम बार आयोजित उज्जैन व्यापार मेला में व्यापार में एक रिकॉर्ड सेट किया है। वहीं ग्वालियर व्यापार मेले से तुलना की जाएं तो ग्वालियर मेले में वाहन टैक्स पर छूट का आंकड़ा 101.58 करोड़ रुपए रहा हैं। जिससे 25% अधिक छूट / राजस्व उज्जैन विक्रम व्यापार मेले में प्राप्त हुआ है। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री मालवीय ने आभार प्रदर्शन करते हुए व्यापार मेले की सफलता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहली बार आयोजित विक्रम व्यापार में लेने रिकॉर्ड व्यापार किया हैं।
इन्हें मिले प्रमाण पत्र-
बैंकर्स जिम एसबीआई और सीबीआई के प्रतिनिधियों को प्रमाण पत्र दिया गया। इसी प्रकार लोकरंग में उषा बागोदिया और पीयूष दुबे, दुग्ध संघ, इलेक्ट्रॉनिक में लोटस के अनिल खरवाकर , क्रोमा के योगेश शर्मा और आरबी जोन के चिराग रोहरा, हस्तशिल्प ल्प में दशरथ हैंडलूम और बंगला हैंडलूम , 4 व्हीलर्स में साधा ब्रदर्स और भूपेंद्र खण्डपूरे को प्रमाण पत्र दिए गए।
सवा माह में विक्रित वाहन-
मोटर कार-15653
मोटर साइकल/स्कूटर एक अडॉप्टेड व्हीकल-4942
स्कूल बस-1
ई-रिक्शा-2
गुड्स कैरियर-702
मैक्सीकेब-18
मोपेड-2
मोटर केब-222
ओम्नी बस (निजी उपयोग)-32
गुड्स कैरियर (तीनपहिया)-5
तीनपहिया पैसेंजर-15
नोट-वाहन विक्रय 8 अप्रैल की स्थिति में परिवहन विभाग के अनुसार