होली पर महाकाल मंदिर में हुए हादसे में पहली मौत, उम्र दराज सेवक सत्यनारायण सोनी का उपचार के दौरान निधन
इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में जारी था इलाज।
गंभीर अवस्था में परिजन लेकर पहुंचे थे मुंबई।
इलाज के दौरान देर रात मंगलवार को मुंबई में हुआ निधन।
आज निज निवास से 11 बजे निकाली जाएगी अंतिम यात्रा।
उज्जैन। सोनी महाकाल में सेवक थे, भस्म आरती में महिलाओं को घुंघट करने की आवाज लगते थे..
सोनी महाकाल मंदिर में कई वर्षों से नियमित रूप से अल सुबह होने वाली भस्म आरती में शामिल हो रहे थे वे आरती, पूजा के दौरान पुजारी का भी सहयोग करते थे तथा भगवान महाकाल की सेवा में लगे रहते थे। सोनी ही वह व्यक्ति थे जो महाकाल मंदिर की भस्म आरती में बाहर नंदीहॉल में आकर महिला श्रद्धालुओं से निवेदन करते थे कि भगवान महाकाल को भस्मी चढ़ने वाली है और महिलाएं भस्मी चढ़ते नहीं देखती है। इसलिए महिलाएं घुंघट निकाल ले और भस्मी चढ़ने के बाद में वापस आवाज लगाकर घूंघट भी हटवाते थे। सोनी बहुत मिलनसार व्यक्ति थे। सभी उनसे जय महाकाल करते थे।