महाकाल के लिए निछावर सामग्री मांगने वाले सोनी जी खुद हुए महाकाल पर न्योछावर
मंदिर में होली पर हुआ था अग्निकांड
मुंबई में उपचार के दौरान सेवक की हुई मौत
ब्रह्मास्त्र उज्जैन
होली पर्व पर महाकाल मंदिर में हुए अग्निकांड के चलते 14 पुजारी और सेवक झुलस गए थे। जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां से कुछ सेवकों और पुजारी को इंदौर ले जाया गया। एक सेवक की हालत गंभीर होने पर मुंबई भेजा गया था जहां 15 दिन बाद उसकी मौत हो गई।
महाकाल मंदिर में होली पर तड़के भस्म आरती के दौरान गुलाल उड़ाने पर कपूर की थाली से आग भड़क गई थी और गर्भ ग्रह में मौजूद 14 पुजारी के साथ सेवक आग की लपटों में गिर गए थे। जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया था। जहां से कुछ की हालत गंभीर होने पर इंदौर रेफर किया गया। घायलों में शामिल सेवक सत्यनारायण सोनी की हालात इंदौर में भी बिगड़ी दिखाई दी जिसके चलते एयरलिफ्ट से मुंबई रेफर किया गया। जहां 15 दिन चले उपचार के बाद सेवक सत्यनारायण सोनी की मौत हो गई। आज सुबह खबर उज्जैन पहुंचते ही महाकाल मंदिर के पुजारी और सेवकों में शोक की लहर छा गई। सेवक का शव अंतिम संस्कार के लिए उज्जैन लाया जा रहा है। विदित हो कि महाकाल मंदिर में हुए अग्निकांड के बाद हड़कंप मच गया था। अस्पताल में प्रशासनिक हमले के साथ पुलिस बल तैनात हो गया था। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अपने सभी काम छोड़कर घटनाक्रम में झूलसे सेवक और पुजारी को देखने के लिए जिला अस्पताल पहुंच गए थे उन्होंने इंदौर रेफर किए गए घायलों का भी हाल-चाल जाना था। पुजारी और सेवकों के उपचार के लिए आर्थिक सहायता भी जारी की गई थी।