महाकाल मंदिर क्षेत्र को बनाएंगे चाइल्ड फ्रेंडली – प्रशासन की टीम ने फूल बचेने वाले 4 बच्चों को किया रेस्क्यू
– एक सप्ताह तक चलेगा यह अभियान ताकि बच्चे सही जगह हो
दैनिक अवंतिका उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मन्दिर को चाईल्ड फ्रेंडली बनाने के लिए प्रयास शुरू किए गए हैं। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नईदिल्ली ने भी इस संबंध में पूर्व में घोषणा की थी। इसके अंतर्गत ही शनिवार को जिला प्रशासन की टीम ने संबंधित लोगों के साथ मंदिर क्षेत्र में जाकर संयुक्त अभियान चलाया।
इस दौरान महाकाल मंदिर परिसर क्षेत्र में से 4 बच्चों को तिलक लगाते हुए पाया गया तो बच्चों को उनके सर्वोत्तम हित को ध्यान में रखते हुए उन्हें बाल कल्याण समिति उज्जैन के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समिति ने उचित देखरेख एवं संरक्षण के साथ उन बच्चों को बाल देखरेख संस्थाओं के लिए आदेश किया।
बाल विकास संरक्षण, पुलिस के साथ रेसक्यू में ये लोग शामिल
इस रेस्क्यू अभियान में बाल कल्याण समिति उज्जैन के अध्यक्ष शेरसिंह ठाकुर, सदस्य श्रीमती गायत्री धनगर, महाकाल थाने के आरक्षक शशांक एवं पंकज, महिला बाल विकास से संरक्षण अधिकारी अमृता सोनी, सामाजिक कार्यकर्ता गौरव मित्तल, शिवराम शर्मा, किशोर पुलिस इकाई से प्रधान आरक्षक मंसाराम मुजाल्दे एवं चाईल्ड लाईन से श्रीमती रेखा वासनिक एवं योगेश बदरेला प्रमुख रूप से उपस्थित थेI
मंदिर क्षेत्र में बच्चों को नहीं करने देंगे भिक्षावृत्ति
उक्त अभियान के सम्बन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी गौतम अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर यह अभियान सतत एक सप्ताह तक चलाया जाएगा तथा महाकाल मन्दिर क्षेत्र में किसी भी तरह की बाल भिक्षावृत्ति, बाल श्रम एवं बाल उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा।