मातम में बदली शादी की खुशियां दुल्हा बनने से पहले दुर्घटना में गई युवक की जान
उज्जैन। शाजापुर के पोलायकलां में रहने वाली परिवार में शादी की खुशियां मंगलवार-बुधवार रात मातम में बदल गई। दुल्हा बनने से पहले युवक की उज्जैन में सड़क दुर्घटना के दौरान जान चली गई। घटनाक्रम में युवक का दोस्त घायल हुआ है। दोनों पत्रिका बांटने के लिये आये थे और वापस लौट रहे थे। परिवार खबर मिलने पर रात में जिला अस्पताल पहुंचा था। पंवासा थाना सहायक उपनिरीक्षक एमएस अलावा ने बताया कि शाजापुर के पोलायकलां स्थित मोल्टा केवडी में रहने वाला संतोष पिता गंगराम 24 वर्ष इलेक्ट्रिक का काम करता था। 19 अप्रैल को उसकी शादी थी। वहीं 21 अप्रैल को उसकी बहन सविता की बारात आना थी। परिवार के तैयारियां चल रही थी। संतोष अपने रिश्तेदार गौतम पिता ओमप्रकाश के साथ पत्रिका बांटने के लिये उज्जैन आया था। जहां से मंगलवार रात वापस पोलायकलां बाइक से लौट रहा था। मक्सीरोड हरसोदन फंटा तिरूपति कोल्ड स्टोरेज के सामने अज्ञात आयशर वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। संतोष और गौतम दोनों घायल हो गये थे। दुर्घटना की खबर मिलने पर पुलिस पहुंची और दोनों को जिला अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद संतोष को मृत घोषित कर दिया। रात में शव पोस्टमार्टम कक्ष में रख परिजनों को सूचना दी गई। गौतम का पैर फैक्चर हो गया था, जिसे भर्ती किया। रात में परिजन जिला अस्पताल पहुंच गये थे। मामले में मर्ग कायम किया गया और बुधवार सुबह संतोष का पोस्टमार्टम कराया गया। परिजन शव शाजापुर लेकर गये है। शुजालपुर में तय हुआ था संतोष का रिश्ता पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि संतोष का रिश्ता शुजालपुर में तय किया था। शादी की अधिकांश तैयारी पूरी हो चुकी थी। 15 अप्रैल से संतोष दुल्हा बनने वाला था। दोनों भाई-बहन की शादी की रस्म माता पूजन, गोद भराई सभी की तैयारियां भी कर ली गई थी, लेकिन शादी की खुशियां मातम में बदल गई है। जिस घर से बारात जानी थी और आनी थी, उस घर से संतोष की अर्थी उठ रही है। संतोष का एक भाई ओर है, पिता खेती किसानी करते है। परिजनों का कहना था कि लग्न लिखा चुके थे, अब संतोष की बहन सविता की बिदाई बिना खुशियों के की जाएगी।