गढ़कालिका मंदिर में काल भैरव और बटुक भैरव की प्रतिष्ठा – पीपली नाका से निकलेगी शोभायात्रा, कार से उज्जैन आई मूर्तियां
दैनिक अवंतिका उज्जैन। गढ़ कालिका मंदिर परिसर में रविवार को श्री काल भैरव एवं बटुक भैरव जी की प्रतिमा की प्रतिष्ठा की जाएगी। प्रतिष्ठा ग्वालियर के भक्त संदीप मित्तल व उनके परिवार के द्वारा कराई जा रही है। श्री मित्तल ने जानकारी देते हुए बताया कि जयपुर राजस्थान के मूर्तिकारों ने दोनों भगवान की ये आकर्षक मूर्तियां मकराना के सफेद व काले ग्रेनाइट पत्थर पर तराशी गई है तो इनका शृंगार जोधपुर में हुआ है। जयपुर से कार से इन मूर्तियों को बाबा के भक्त चंद्रेश बॉम्बेवाला उज्जैन लेकर आए है। रविवार प्रातः 10 बजे पिपली नाका से मूर्तियों की शोभायात्रा प्रारंभ होगी। रथ में विराजमान भगवान भक्तों को दर्शन देंगे। यात्रा में भक्तों के साथ बैंड, ढोल, ऊंट, रथ शामिल रहेंगे। यात्रा गढ़ कालिका मंदिर पहुंचकर समाप्त होगी जहां 11 बजे बाद पंचामृत अभिषेक प्रारंभ होगा। दोपहर 12 बजे बाद वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा आचार्य प्रवीण चतुर्वेदी द्वारा प्रतिष्ठा की विधि कराई जाएगी। श्री भैरव जी के अष्टोत्तर सतनाम एवं सहस्त्रनामों के पाठ के साथ हवन, आरती व कन्या, बटुक भोज होगा। प्रतिष्ठा में परिवार के रमा, सक्षम, वरदान, संजीवनी, आयुषी, कशिका, शिवा मित्तल, मुकेश अग्रवाल आदि प्रमुख रूप से शामिल रहेंगे। प्रतिष्ठा के बाद आम भक्त मंदिर में भैरव महाराज के दर्शन कर सकेंगे।