अंचल में मर्यादा भगवान श्रीराम का प्रकट उत्सव धूमधाम से मनाया
सुसनेर। नगर में जामुनिया रोड स्थित मां बगड़ावत धाम पर माता बगड़ावत समिति द्वारा कई वर्षों से चली आ रही परंपरा के अंतर्गत मंगलवार को चैत्र नवरात्र की महाष्टमी पर रात 10 बजे मां ज्वाला की सवारी निकाल खप्पर आरती की गई। मां ज्वाला ने एक हाथ में खप्पर और दूसरे हाथ में तलवार लेकर उपस्थित श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। जिसमे क्षेत्रीय विधायक भैरो सिंह परिहार, नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी राहुल सिसोदिया, कथा वाचक पंडित सत्यनारायण शास्त्री राधे राधे महाराज के द्वारा पुजारी सुरेश चंद्र पाटीदार बा का स्वागत कर आरती की शुरूआत की गई। इस दौरान पाटीदार (बां) अंतरालिया वाले ने ढोल की थाप पर पंडाल में विराजित मां बगड़ावत माता की आरती खप्पर से की। इसके बाद एक-एक करके तलवारों को मोड़कर झुकाया गया। पुजारी सुरेशचंद्र पाटीदार के अनुसार खप्पर की यह परंपरा 25 साल पुरानी है। प्रतिवर्ष चैत्र व शारदीय नवरात्रि पर खप्पर आरती उतारी जाती है। कार्यक्रम की शुरूआत पंडित प्रवीण भट्ट द्वारा मंत्रोच्चार के साथ मातारानी का पूजन करवाकर की गई। संगीतकार लखन भावसार, मुकेश जगताप, प्रदीप बजाज, अभिषेक गहलोत के भजनों की धुन पर मां की आरती उतारी गई। रात साढ़े 10 बजे खप्पर आरती की गई। वही त्रिमूर्ति के पीछे बगड़ावत, शीतला माता व कालिका माता का भव्य मंदिर निर्माण चल रहा है। जिसमे श्रद्धालुओं के द्वारा दान दिया जा रहा हैं।
रुनिजा
चैत्र नवरात्रि की महानवमी व रामजन्मोत्सव के पावन अवसर पर आज अंतिम दिवस पर घर-घर महानवमी को माता सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना कर हवन पूजन के आयोजन हुए। इस अवसर पर कई घरों में कन्या पूजन का भी आयोजन किया गया। क्षेत्र के ऐतिहासिक व पौराणिक महिषासुर मर्दिनी माता चामुंडा के दरबार गजनी खेड़ी में माता भक्तों की भारी भीड़ रही आस्था श्रद्धा और भक्ति के साथ सैकड़ो की संख्या में माता भक्तों ने सुबह से लगाकर शाम तक जयकारों के साथ माता चामुंडा के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया । और शाम की महाआरती के बाद भी भक्तों के आने सिलसिला जारी रहा। श्रुति गोस्वामी व कशिश गोस्वामी द्वारा माता चामुंडा का सिद्धिदात्री के रूप में आकर्षक मन मोहक श्रंगार किया। पुजारी कैलाश गिरी ने बताया कि नो दिवस तक सुबह से लगाकर शाम माता भक्तों ने मां के दरबार में पहुंचकर मां के दर्शन के लाभ लिया। इस बार माँ के दरबार मे कर्नाटक, दिल्ली, उतर प्रदेश , राजस्थान सहित कई राज्यो के भक्तो दर्शन लाभ लेकर प्रसादी प्राप्त की। रात्रि की महा आरती व प्रशादी वितरण के साथ ही नव दिवसीय महाउत्सव का समापन हुआ। समिति के अध्यक्ष मोहन चोधरी एव संयोजक अशोक वैष्णव ने नो दिवसीय उत्सव को भव्यता प्रदान करने एव समस्त आयोजन में सहयोग प्रदान करने वाले समस्त दानदाताओं और दूर दूर से आए माता भक्तों व दर्शनार्थियों का सोशल मीडिया के माध्यम से धन्यवाद सहित आभार व्यक्त किया।
सारंगपुर
चैत्र रामनवमी के पावन पर्व को लेकर आसपास ग्रामीण अंचलों मऊ, पडाना, मगराना, आशारेटा, करौंदी, बरूखेडी इत्यादि के मंदिरों में मयार्दा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का प्रकट उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। जिसको लेकर श्री राम मंदिरों सहित अन्य मंदिरों पर श्रृंगार एवं बंदरवार फूल माला रंगोली दीपमाला इत्यादि से आकर्षक साथ सजा की गई। वहीं कई जगह राम रक्षा स्त्रोत का पाठ श्री राम जय राम जय जय राम का सकीर्तन भजन हनुमान चालीसा इत्यादि आयोजन किए गए। तत्पश्चात दोपहर 12 बजे नवीन पोशाक धारण श्रृंगार कर शंख ध्वनि करताल एवं आतिशबाजी करते हुए श्री राम प्रकट उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। तत्पश्चात महाआरती कर प्रसाद वितरण की। इस दौरान सैकडो की संख्या में महिला एवं पुरुष बच्चे बच्चियों महाआरती में उपस्थित रहे।