रोज शाम जहरीला धुआं हजारों लोगों के फेफडे फुला रहा
-शाम से रात के दरमियान घर में अंदर रहना महिलाओं के लिए परेशानी बना,नगर निगम नजरअंदाजी में लगा
उज्जैन। बढते शहर में एक क्षेत्र ऐसा भी है जहां रोज शाम को जहरीला धुआं फैलता है और हजारों लोगों के फेफडे फूला देता है। शाम से रात के दरमियान इस क्षेत्र में महिलाओं का घर के अंदर रहना परेशानी बन जाता है। नगर निगम में इन हजारों लोगों की सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। सोश्यल मिडिया पर ही इस क्षेत्र के रहवासी अपना दु:ख बांट रहे हैं और शहर के अन्य क्षेत्रों के लोगों को सतर्क कर रहे हैं।
ये क्षेत्र है कानीपुरा रोड की कालोनियां। एक दो नहीं आधा दर्जन से ज्यादा कालोनी के रहवासी इस समस्या से पिछले लंबे समय से ग्रसित होकर यह जहर पी रहे हैं। कालोनीवासियों का कहना है कि जब भी इस मामले में नगर निगम में संपर्क किया गया तो आग कैसे लगती है यही सवाल खडा हो जाता है। नगर निगम के जिम्मेदार इस आग लगने के कारण से ही अंजान हो जाते हैं।
कचरे के डंप में आग से निकलता है जहरीला धुंआ-
असल में कानीपुरा क्षेत्र में नगर निगम का कचरे का डंप है । यहां कचरा इकट्ठा करने के बाद उसे उठाने की बात सामने आती है,जबकि क्षेत्रीय रहवासियों का कहना है कि कचरा यहां से कम मात्रा में उठाया जाता है और आग लगाकर उसे खतम करने की प्रक्रिया को ज्यादा अपनाया जाता है। इसी के चलते यहां कचरे में रोज ही अंजानी आग लग जाती है और उससे पूरे क्षेत्र में जहरीला धुंआ हो जाता है। जहरीले धुंए का इतना तेज असर होता है कि घरों में अंदर रहने वाली महिलाएं और बच्चे घबराकर बाहर की और निकलते हैं। इस धुंए से बैचेनी और घबराहट बनने की स्थिति की बात भी क्षेत्रीय रहवासी बताते हैं।
न तडके चेन न रात को आराम-
क्षेत्रीय रहवासियों का कहना है कि प्रतिदिन अपरांह के समय यह आग लग जाती है उससे उठने वाले धुंए से सभी कालोनी के करीब 5 हजार से ज्यादा रहवासी प्रभावित हैं। देर रात तक जहरीली बदबू क्षेत्र में फैली रहती है। घरों में बैचेनी की स्थिति बनी रहती है। बुजुर्गों एवं बच्चों को घबराहट होती है। तडके प्रात: भ्रमण के लिए जाने वालों को ताजी हवा मिलने की बजाय क्षेत्र में जहरीली धुंए की हवा से ही रूबरू होना पडता है।
पलायन की स्थिति बनने लगी-
जहरीले धुंए से क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक प्रभावित कालोनियों में अब पलायन की स्थिति बनने लगी है। अच्छी खासी कालोनी में अच्छा मकान बनाने के बाद भी उसे लोग बेचने को आतुर हैं उसकी एक ही वजह है कि जहरीले धुंए से क्षेत्रीय लोग परेशान हो गए हैं। इस समस्या का निदान करने के लिए रहवासियों ने कई दरवाजे खटखटाए हैं लेकिन एक से भी उन्हें आसरा नहीं मिला है। क्षेत्र के एक कालोनाईजर का कहना है कि तमाम नियमों के साथ हमने डेवलपमेंट किया है । उस पर यह जहरीला धुंआ सबकुछ गुड गोबर कर रहा है।
मुद्दा सोश्यल मिडिया पर –
जहरीले धुंए को लेकर क्षेत्रीय रहवासी परेशान हो चुके हैं उन्हें कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। गुरूवार को यह मुद्दा क्षेत्रीय रहवासी महिलाओं ने सोश्यल मिडिया पर उठाया था। कुछ ही देर में मुद्दे पर कई क्षेत्रीय रहवासियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी ।