गर्मी में फ़ूड पॉइजनिंग ज़्यादा होती है संभल कर रहे – स्वच्छ पानी, स्वच्छ हाथ,स्वच्छ खाना अपनावे
उज्जैन दैनिक अवंतिका। प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर. विजय गर्ग ने बताया कि गर्मी में बैक्टीरिया वायरस बहुत ज़्यादा और जल्दी पनपते हैं । मुख्यतः यह अशुद्ध पानी पीने या अशुद्ध खाना खाने से शरीर में पहुँच जाते हैं और आक्रमण कर देते हैं । मुख्यतः आदमी को घबराहट , उल्टी जैसा होना पेट दर्द और दस्त लगाना होता है। कभी कभी बुख़ार भी आ जाता है, कमज़ोरी और पैर की मांसपेशियों में दर्द भी हो जाता है। मुख्यतः यह बिमारी रोडसाइड ठेले , ढाबे या रेस्टोरेंट में खाने , अशुद्ध पानी पीने या गंदे हाथों से खाना खाने से होती है । खाना बनाने में स्वच्छ पानी, स्वच्छ बर्तन या खाना बनाने के उपकरण में सफ़ाई ना रखने से होता है । मुख्यतः मांसाहारी खाना, अशुद्ध अंडे दूध या दूध से बनी चीज़ें ,खाने को स्टोरेज ढंग से ना करना मुख्य कारण हैं । ऐसे समय घबराने की बात नहीं हैं 1से 1.50 लीटर तक पानी, नींबू एवं शक्कर को साथ घोल कर ले तो ठीक हो जाता है । परंतु अगर 24 घंटे में उल्टी , दस्त ठीक न हों, पेशाब कम होने लगे या पैरों की मांस पेशियों में ज़्यादा दर्द होने लगे ,बहुत ज़्यादा कमज़ोरी हो तो डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है।
बचने के लिए क्या करे
– साफ़ पानी
– खाना बनाने में धुला हुआ कपड़ा ,धुले हुए बर्तन
– सब्ज़ी और फल काटने के औज़ार साफ़ सुथरे रहना
– नगर निगम की ओर से जल प्रदाय आने वाली पाइप लाइन को चेक करना चाहिए
– खाने को हाथ धोकर सेवन करना चाहिए
– शादी ब्याह में कटे हुए फल सलाद नहीं खाना चाहिए
– जहाँ तक हो सके गरम खाना खाना चाहिए।
– लंबे समय तक बाहर रखा हुआ तैयार खाना जैसे बफ़ेट या रोडसाइड खाने से बचना चाहिए ।
– फ्रिज में से निकाल कर खाना तुरंत खाना चाहिए ।
*डॉ. गर्ग ने कहा इस और जागरूकता लाना ही बचाव है।
स्वच्छ हाथ , स्वच्छ पानी , स्वच्छ खाना, खुला हुआ खाना, स्ट्रीट फ़ूड , मांसाहारी खाने से बचना ही सरल उपाय हैं।