वार्षिक निरीक्षक पर डीआरपी लाइन पहुंचे डीआईजी -पुलिस सम्मेलन में उठी पुलिस अस्पताल की मांग उज्जैन। डीआईजी द्वारा शुक्रवार को डीआरपी लाइन में वार्षिक निरीक्षण किया गया। उन्होने निरीक्षण के साथ पुलिस सम्मेलन भी आयोजित किया था। जिसमें पुलिस अस्पताल बनाने की मांग सामने आई। जिस पर डीआईजी ने विचार करने और मुख्यालय तक बात रखने का आश्वासन दिया है। नागझिरी डीआरपी लाइन पर सुबह 6.30 बजे डीआईजी नवनीत भसीन के वार्षिक निरीक्षण के देखते हुए सभी अधिकारी पहुंच गये थे। 20 मिनट बाद डीआईजी के पहुंचते ही एसपी ने उनकी अगवानी की। जिसके बाद पुलिस बल द्वारा डीआईजी को परेड सलामी दी गई। लाइन में पुलिस वाहनों को खड़ा किया था। डीआईजी ने वाहनों के साथ पुलिस के अश्व, खोजी डॉग के साथ शास्त्रागार का निरीक्षण किया। उसके बाद पुलिस सम्मेलन में पहुंचे। जहां जिले के सभी थानों ने पुलिस अधिकरी और पुलिसकर्मी पहुंचे थे। सम्मेलन में उन्होने अपनी समस्या से डीआईजी को अगवत कराया। जिसमें पुलिस लाइन में गार्डन नहीं होने के साथ नगर निगम का कचरा वाहन समय पर नहीं आने की बात रखी गई। यहीं नहीं प्रतिवर्ष गर्मी में जलप्रदाय समस्या होने की बात भी रखी गई। इस बीच पुलिस का अलग से अस्पताल होने की बात भी सामने आई। जिस पर डीआईजी ने समस्या को निराकरण करने और अस्पताल लेकर मुख्यालय तक बात पहुंचाने का आश्वासन दिया। सम्मेलन के बाद नवनीत भसीन ने एसपी प्रदीप शर्मा से कहा कि व्रज वाहनों पर ड्युटी के लिये 20-20 पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी जाये। ताकि कोई अवकाश पर हो या जरूरत पड़े तो ट्रेनिंग प्राप्त पुलिसकर्मियों को भेजा जा सके।
उज्जैन। डीआईजी द्वारा शुक्रवार को डीआरपी लाइन में वार्षिक निरीक्षण किया गया। उन्होने निरीक्षण के साथ पुलिस सम्मेलन भी आयोजित किया था। जिसमें पुलिस अस्पताल बनाने की मांग सामने आई। जिस पर डीआईजी ने विचार करने और मुख्यालय तक बात रखने का आश्वासन दिया है। नागझिरी डीआरपी लाइन पर सुबह 6.30 बजे डीआईजी नवनीत भसीन के वार्षिक निरीक्षण के देखते हुए सभी अधिकारी पहुंच गये थे। 20 मिनट बाद डीआईजी के पहुंचते ही एसपी ने उनकी अगवानी की। जिसके बाद पुलिस बल द्वारा डीआईजी को परेड सलामी दी गई। लाइन में पुलिस वाहनों को खड़ा किया था। डीआईजी ने वाहनों के साथ पुलिस के अश्व, खोजी डॉग के साथ शास्त्रागार का निरीक्षण किया। उसके बाद पुलिस सम्मेलन में पहुंचे। जहां जिले के सभी थानों ने पुलिस अधिकरी और पुलिसकर्मी पहुंचे थे। सम्मेलन में उन्होने अपनी समस्या से डीआईजी को अगवत कराया। जिसमें पुलिस लाइन में गार्डन नहीं होने के साथ नगर निगम का कचरा वाहन समय पर नहीं आने की बात रखी गई। यहीं नहीं प्रतिवर्ष गर्मी में जलप्रदाय समस्या होने की बात भी रखी गई। इस बीच पुलिस का अलग से अस्पताल होने की बात भी सामने आई। जिस पर डीआईजी ने समस्या को निराकरण करने और अस्पताल लेकर मुख्यालय तक बात पहुंचाने का आश्वासन दिया। सम्मेलन के बाद नवनीत भसीन ने एसपी प्रदीप शर्मा से कहा कि व्रज वाहनों पर ड्युटी के लिये 20-20 पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी जाये। ताकि कोई अवकाश पर हो या जरूरत पड़े तो ट्रेनिंग प्राप्त पुलिसकर्मियों को भेजा जा सके।