नीलगंगा थाने पहुंची बिहार आर्थिक अपराध की टीम उज्जैन से हिरासत में लिये गये बिहार पेपर लीक के पांच आरोपी
उज्जैन। बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का मामला बिहार आर्थिक अपराध ईकाई द्वारा मार्च माह में दर्ज किया था। जिसके बाद से पेपर लीक करने वाले आरोपियों की तलाश जारी थी। इस बीच पांच आरोपियों के उज्जैन आने की खबर सामने आने पर नीलगंगा पुलिस की टीम ने पांचों को हिरासत में ले लिया। आरोपी इंदौर जाने की फिराक में थे। बिहार आर्थिक अपराध ईकाई की टीम पांचों को न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड पर शनिवार सुबह बिहार लेकर गई है।मार्च माह में बिहार लोक सेवा आयोग की तृतीय चरण शिक्षक बहाली परीक्षा आयोजित की गई थी। जिसका प्रश्न पत्र लीक होने पर परीक्षा को रद्द कर दी गई थी। मामले में जांच के बाद आर्थिक अपराध ईकाई (ईओयू) ने 48 पेज की प्राथमिकी दर्ज की थी। 21 को नामजद आरोपी बनाया गया था। कुछ को गिरफ्तार कर लिया गया था। मामले से जुड़े प्रदीप कुमार पिता सूर्यमनी प्रसाद 28 वर्ष, बल्ली उर्फ संदीप कुमार पिता रणवीर पासवान 28 वर्ष, डॉ. शिवकुमार उर्फ बिट्टू पिता संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया 26 वर्ष निवासी गोसाई मठ थाना नगर नौसा, तेजप्रकाश पिता कृष्णदेव प्रसाद 28 वर्ष निवासी कराय परशुराय जिला नालंदा बिहार के साथ एक महिला की तलाश जारी थी। पांचों के भोपाल से उज्जैन होते हुए इंदौर जाने की जानकारी सामने आने पर बिहार ईओयू ने उज्जैन पुलिस से संपर्क किया था। नीलगंगा पुलिस ने पांचों को अपने क्षेत्र हरिफाटक ब्रिज से गुजरते समय रोक लिया और हिरासत में लेकर थाने आ गई। पांचों के पकड़ाने पर बिहार की आर्थिक अपराध ईकाई की टीम उज्जैन पहुंची। पांचों का मेडिकल परीक्षण कराया गया और न्यायालय में पेश कर शुक्रवार को ट्रांजिट रिमांड लिया गया। शनिवार को सभी आरोपियों को पूछताछ के लिये बिहार पटना ले जाया गया है। बिहार पेपर लीक से जुड़े पांच लोगों के पकड़ाने पर नीलगंगा टीआई विवेक कनोडिया ने बताया कि बिहार की आर्थिक अपराध ईकाई ने सहयोग मांगा था। जिसके चलते उज्जैन से इंदौर की ओर जा रहे पेपर लीक मामले से जुड़े चार युवक और एक युवती को पकड़ा गया था। पांचो को उनके सुपुर्द किया गया है।