इंदौर में 17वीं मंजिल से कूद कर छात्र का आत्महत्या मामला– ऐसी बीमारी से पीड़ित थी मुस्कान जिसमें आता है खुदकुशी करने का ख्याल
इंदौर। बीबीए फाइनल की छात्रा मुस्कान ने बीमारी के कारण ही आत्महत्या की थी। यह बीमारी ही ऐसी है जिसमें खुदकुशी करने का बार-बार ख्याल आता है। असहनीय तकलीफ का घर वालों से भी जिक्र नहीं करती थी। सहेलियों से रुपये उधार लेकर दवाइयां खरीदती थी। पुलिस ने एक युवती से हुई चैटिंग के स्क्रीन शाट्स जब्त किए है।
बरुफाटक (बड़वानी) निवासी 24 वर्षीय मुस्कान अग्रवाल ने 11 अप्रैल को पिनेकल ड्रीम्स (निपानिया) की 17वीं मंजिल से कूदकर खुदकुशी की थी। परिजनों ने बताया कि मुस्कान का उपचार चल रहा था, लेकिन इतनी तकलीफ नहीं थी कि उसे आत्महत्या करना पड़े। पुलिस ने सहपाठी और रूम पार्टनर से बात की तो पता चला मुस्कान सोमेटाइजेशन नामक बीमारी से पीड़ित थी। उसे पूरे शरीर में दर्द होता था। तकलीफ भी असहनीय होने लगी थी। वह परिजनों से दर्द छुपाने लगी थी।
दवाइयों के लिए सहेलियों से रुपये लेती थी और परिजनों से मिलने पर लौटा देती थी। एक युवती से हुई चैटिंग भी पुलिस ने जब्त की है। रूम पार्टनर कनिका ने भी सहेलियों के कथनों की पुष्टि की और बताया कि मुस्कान के कई बार लेक्चर छूट जाते थे। मुस्कान हर चीज के लिए गूगल करने लगी थी। उसने सोमेटाइजेशन बीमारी के बारे में भी गूगल पर पढ़ा था। इस बीमारी से पीड़ित 70 प्रतिशत मरीजों को आत्महत्या का ख्याल आता है।
फोरेंसिक लैब भेजा मोबाइल
पुलिस ने मुस्कान का मोबाइल जब्त किया, लेकिन अनलाक नहीं हो सका। एडिशनल डीसीपी जोन-2 अमरेंद्रसिंह के मुताबिक मोबाइल खोलने के लिए फोरेंसिक लैब भोपाल भेजा गया है। पुलिस ने लैपटाप खंगाल लिया, लेकिन उसमें कुछ नहीं मिला। मुस्कान रैपिडो (स्कूटर)से पिनेकल ड्रीम्स पहुंची थी। 17वीं मंजिल पर ही उसका मोबाइल और चश्मा मिला था।