स्मार्ट सिटी कंपनी ने योजना पर काम शुरू किया, आईटीएमएस सिस्टम से सुधरेगा शहर का ट्रैफिक
इंदौर। तमाम प्रयासों के बावजूद आज भी प्रमुख चौराहों पर यातायात इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल बंद चालू रहते हैं जिससे परेशानी बनी हुई है। स्मार्ट सिटी कंपनी ने 45 करोड़ रूपए की लागत से 50 प्रमुख स्थानों पर अत्याधुनिक ट्रैफिक सिग्नल लगाने का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए कई स्थानों पर डिवाईडरों के बीच लाइन बिछाई जा रही है।
बताया जाता है कि इस सिस्टम के साथ 2 पहिया वाहन पर 3 सवारी, किसी भी कैटेगरी के वाहनों की अधिक स्पीड, रॉन्ग साइड आदि में वाहन चालकों द्वारा लापरवाही करने पर तुरंत वायरलेस सेट पर सूचना दी जाएगी वहीं ग्रीन कॉरिडोर भी इसी सिस्टम से तैयार होगा।
शहर को ट्रैफिक में नंबर वन बनाने के लिए पिछले दिनों महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सभी एडिशनल कमिश्नर से लेकर प्रमुख अधिकारियों से चर्चा की और उसी अनुसार अब अत्याधुनिक कैमरे
प्रमुख चौराहों पर भी यातायात सिग्नल रहते हैं बंद सिग्नल लगाने के साथ कैमरे भी लगाने जा रही है।
शहर के प्रमुख चौराहों को चिन्हित भी किया गया था, ताकि ट्रैफिक सिग्नल लगने के बाद यहां यातायात में भी सुधार हो सकता है। अगले 2 महीने में शहर के प्रमुख चौराहों पर इस तरह की नई सौगात मिल सकती है। इस तरह सिस्टम वाले सिग्नल का कंट्रोल रूम भी सिटी बस ऑफिस में बनाया गया है जहां से शहर भर में नजर रखी जा सकती है।
अत्याधुनिक ट्रैफिक सिग्नल इस तरह काम करेंगे :
इसके लिए केबल लाइन डालने का काम पिछले दिनों किया गया था, जल्द ही आधुनिक कैमरे भी लगाए जाएंगे। स्मार्ट सिटी कंपनी आईटीएमएस सिस्टम वाले सिग्नल में ऑटोमेटिक सेंसर पर आधारित सीसीटीवी कैमरे होंगे जो वाहनों की संख्या को सेंस करेंगे जिस तरफ का रोड खाली होगा उस तरफ जाने के लिए ग्रीन सिगनल हो जाएगा। इससे वाहनों की भीड़ नहीं होगी और यातायात बेहतर होगा। खाली रोड पर ग्रीन सिग्नल मिलने में वाहनों को आसानी होगी, प्रदूषण में कमी आएगी। सभी में सीसीटीवी कैमरे लगेंगे दो पहिया वाहन में 2 से अधिक सवारी वाहनों की अधिक स्पीडरॉन्ग साइड से वाहन चालको के प्रवेश पर रोक लगेगी और इस तरह की कमी होने पर तुरंत वायरलेस सेट पर ऑटोमेटिक सूचना प्रसारित हो जाएगी।
इसके साथ ही स्वत : ग्रीन कॉरिडोर बन जाएगा।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट इंजीनियर डीआर लोधी ने बताया कि योजना में बदलाव कर सुधार किया जा रहा है। सबसे पहले चरण में 50 प्रमुख चौराहों पर इस तरह के अत्याधुनिक ट्रैफिक सिग्नल लगने जा रहे हैं।