जियो और जीने दो.. 111 परिवारों को राशन वितरण कर लिया सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ने का संकल्प
डॉक्टरों के दिलों में भी जागृत हुआ सेवा का जज्बा
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इंदौर 23 अप्रैल। भगवान महावीर के सिद्धांत जियो और जीने दो का जज्बा अगर हम सामाजिक जीवन में भी अपनाए तो इससे अच्छी सार्थक पहल और क्या होगी।
यह बात श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक सुकरत फंड कपड़ा कमेटी श्री जैन श्वेतांबर सुंदर बाई ओसवाल महिला श्रम विद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 111 परिवारों को राशन वितरण कार्यक्रम में अतिथियों ने कही। सुकरत फंड अतिथि भवन पिपली बाजार में आयोजित कार्यक्रम में आर्थिक रूप से कमजोर, विधवा- विधुर, विकलांग और कैंसर पीड़ित 111 परिवारों को अनाज वितरण किया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राजीव चौधरी, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मनीष पोरवाल, समाजसेवी पुण्य पाल सुराणा आदि मौजूद थे। अपने उद्बोधन में डॉक्टर राजीव चौधरी ने कहा कि मानव सेवा से बढ़कर कोई दूसरी तपस्या या आराधना नहीं है। भगवान महावीर का भी यही सिद्धांत था कि जियो और जीने दो। इस तरह के पुनीत कार्य में सभी को आगे आना होगा। डॉ. मनीष पोरवाल ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य होता है कि वह समाज के लिए भी कुछ योगदान दें। वर्तमान आधुनिक दौर में सबसे जरूरी बात यह है कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को भी सामाजिक कार्यों से जोड़ना चाहिए। इसके लिए मैं अपने घर से ही शुरुआत कर रहा हूं और मैं अपने पुत्र करण को भी साथ में लेकर आया हूं कि वह भी अपने सामाजिक कर्तव्य बौद्ध से अवगत हो। आजकल चिकित्सा बहुत महंगी हो गई है। हमें अपने समाज के उन लोगों के लिए भी मेडिकल पॉलिसी उपलब्ध करवानी होगी जो कि खर्चीले इलाज को नहीं करवा पाते। इसके लिए समाज के लोगों को आगे आना होगा और कमजोर परिवारों के लिए मेडिकल पॉलिसी उपलब्ध करवाना होगी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से हंसराज जैन, महेंद्र भाई शाह, राजेंद्र सुराणा, श्रेणिक तांडेड, देवेंद्र जवेरी, संजय मोगरा, हुकुमचंद सोलंकी आदि भी मौजूद थे। कार्यक्रम में विशेष रूप से विद्यालय में पूर्व में उल्लेखनीय सेवाएं देने वाली शिक्षिका श्रीमती सरिता शर्मा भी मौजूद रही। महेंद्र भाई शाह ने ने कहा कि समाज के उत्थान के लिए ग्राम जखिया के पास विद्यालय और मांगलिक मैरिज गार्डन के लिए संगठन के फंड से जमीन क्रय कर ली गई है। अब समाज के लोगों को आगे आना होगा ताकि विद्यालय और गार्डन आकर ले सके। कार्यक्रम में मौजूद समाजजनों ने इस कार्य के लिए सहयोग किये। जाने की बात कही।