अगस्त तक सेवानिवृत्ति वालों को चुनाव ड्यूटी से मिलेगी छूट

 

इंदौर। भारत निर्वाचन आयोग ने ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखने के निर्देश दिए हैं, जिनकी सेवानिवृत्ति के छह माह शेष हैं। इस आदेश के साथ बड़ी संख्या में जिला निर्वाचन कार्यालय के पास चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखने के आवेदन पहुंच रहे हैं। इनमें दिसंबर तक सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी और अधिकारियों के आवेदन भी आ रहे हैं, जबकि आचार संहिता लागू की तारीख से छह माह की गणना की जाएगी। इसके अनुसार, अगस्त तक सेवानिवृत्ति वालों को ही चुनावी ड्यूटी से मुक्त रखा जाएगा। अन्य को चुनाव ड्यूटी करना होगी।
जिला निर्वाचन कार्यालय के पास 125 आवेदन सेवानिवृत्ति वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के पहुंचे हैं। सभी में चुनाव ड्यूटी से छूट मांगी गई है। इनमें दो दर्जन के करीब आवेदन नवंबर और दिसंबर में सेवानिवृत्त होने वालों के हैं। इनको चुनाव कार्य से मुक्त नहीं किया जाएगा। जिला निर्वाचन कार्यालय ने निर्वाचन आयोग से अनुमति लेने के बाद अगस्त तक सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को ही चुनावी कार्य से मुक्त करने का निर्णय लिया है। अपर कलेक्टर सपना लोवंशी ने बताया कि आचार संहिता लागू होने के समय से छह माह की गणना की जा रही है। इसके अनुसार ही चुनाव कार्य से कर्मचारियों और अधिकारियों को मुक्त रखा जा रहा है।

360 का अवकाश स्वीकृत

चुनावी डयूटी के दौरान विवाह और अन्य आयोजन होने के कारण 360 के करीब कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां स्वीकृत की गई हैं। यह सभी आयोजन के बाद चुनावी कार्यों के लिए उपलब्ध होंगे। 190 आवेदन गंभीर बीमारी के प्राप्त हुए। इनमें से 111 को चुनाव कार्य से मुक्त किया जा चुका है। यह गंभीर बीमारी के कारण चुनाव कार्य करने में असमर्थ थे।
900 डबल ड्यूटी के आवेदन
जिला निर्वाचन विभाग के पास 1800 के करीब आवेदन चुनाव कार्य से मुक्त रखने और डबल ड्यूटी के पहुंचे हैं। इसमें 900 के करीब आवेदन डबल ड्यूटी से संबंधित हैं। इनकी ड्यूटी एक से अधिक कार्यों में लग गई थी। अब सभी को एक ड्यूटी दी जा रही है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही निर्वाचन कार्यालय सभी तरह के अवकाश के आवदेन पर पूरी तरह से रोक लगाने वाला है। सिर्फ आकस्मिक अवकाश में ही छूट दी है।