आखिर भाजपा को 400 पार सांसद क्यों चाहिए ? – सचिन पायलट
उज्जैन। राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने गुरूवार दोपहर को उज्जैन में कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी महेश परमार के समर्थन में आमसभा ली। उन्होंने कहा, कि ‘सरकार बनाने के लिए 272 सांसद चाहिए होते हैं। सुरक्षा के लिए 15-20 और सही 400 पार में तो किसे मंत्री बनाएं किसे नहीं का झंझट है। भाजपा को आखिर 400 सांसद क्यों चाहिए ?
उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं इनके जेहन में ये बात है, जो खुद इनके नेता बोलते हैं और आज मजबूरन भाजपा के शीर्ष नेताओं को खुले मंच से खंडन करना पड़ रहा है कि हम संविधान से छेड़छाड़ नहीं करेंगे, हम आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं करेंगे। आपको खंडन की नौबत ही क्यों पड़ी है ? 400 पार तो 1984 में राजीव गांधी के सांसद आए थे, कभी उन्होंने बोला कि विपक्ष खत्म कर दूंगा।’ उन्होंने कहा, कि ‘ देश में बदलाव का माहौल है। वही वादे और आश्वासन से लोग ऊब गए हैं। पहले चरण के चुनाव के बाद भाजपा के नेताओं के भाषण में बौखलाहट और गुस्सा दिखाई दे रहा है।
इससे पूर्व पायलट ने हेलीपेड पर मिडिया से बात करते हुए कहा कि देश में बदलाव का माहौल है लोग अब उब चुके हैं।वो ही पुराने वादे वो ही पुराने जुमले। पहले चरण के चुनाव के बाद भाजपा के अंदर एक भय का माहौल देख रहा हुं। वो बेकफुट पर हैं और बौखलाहट में हैं और इंडिया अलायंस और कांग्रेस के तमाम उम्मीदवार बढत लिए हुए हैं। मध्यप्रदेश में मुझे लगता है कि यहां पर भाजपा से ज्यादा सीट कांग्रेस पार्टी जितेगी। हमारे उम्मीदवार , हमारा मेनिफेस्टो ,कांग्रेस पाटीर् का केंपेन उसे लोग पसंद कर रहे हैं। इस बार बदलाव है पिछली बार जो चुनाव हुए थे वहां पर कांग्रेस पार्टी का जो परफार्मेंस था वो इतना बेहतर नहीं हो सका था। इस बार मैं देख रहा हुं किसान ,नौजवान सब लोग चाहते हैं हमारा मेनिफेस्टो देखा है लोगों ने , 10 साल का परफार्मेंस देखा है लोगों ने । रिपोर्ट कार्ड देखने के बाद मन बन चुका है जनता का कि भाजपा से बदलाव लाना है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में जहां कांग्रेस –भाजपा का 1-2-1कांटेस्ट होता है वहां कांग्रेस का स्ट्राईक रेट बहुत बेहतर रहेगा। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा से ज्यादा सीटें जितेंगे।
चुनावी आम सभा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी,अरूण यादव, विवेक तनखाह कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने भी संबोधित किया। इसके बाद तीन बत्ती चौराहे से संकुल प्रशासनिक भवन के पास तक कांग्रेस ने नामांकन रैली का आयोजन किया।