भाजपा में शामिल होने का 8000 का दावा था, सैकड़ों में सिमट गए
इंदौर। मुख्यमंत्री मोहन यादव की उपस्थिति में गुरुवार को सैकड़ों कांग्रेसी नेता-कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए। दलाल बाग में आयोजित इस कार्यक्रम को भाजपा प्रवेश समारोह नाम दिया गया था।
भाजपा का दावा है कि प्रदेश में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नेता-कार्यकर्ता एक साथ कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम मुस्कुरा रहे हैं। अब मथुरा की बारी है। इसे भी दिव्य तीर्थ बनाएंगे। कांग्रेस ने हमेशा मामले उलझाए, लेकिन अब मथुरा भी जगमगाएगी।
हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक संजय शुक्ला और विशाल पटेल को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये दोनों अब भाजपा की धरोहर है। कांग्रेस छोड़कर इनके भाजपा में आने से जिनका पेट दुख रहा है वे बोलते रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन वह देश की नब्ज नहीं समझ सकी और वर्ष 2014 में 115 सीटें पर सिमट गई। वर्ष 2019 में उसने फिर गलती की और वह एक बस की सवारी जितनी रह गई।
उसके केवल 52 सांसद बने। वर्ष 2014 में तो कांग्रेस एक टेंपो की सवारी रह जाएगी। कार्यक्रम में हाल ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक रमेश मेंदोला, भाजपा नगराध्यक्ष गौरव रणदिवे आदि शामिल हुए।
मुख्यमंत्री के अलावा अन्य का भाषण नहीं हो सका
गुरुवार को मुख्यमंत्री को इंदौर से झाबुआ जाकर वहां नामांकन रैली में भी शामिल होना था। यही वजह थी कि वे दलाल बाग में आयोजित कार्यक्रम में कुछ ही मिनट ठहरे। कार्यक्रम में सिर्फ मुख्यमंत्री का ही भाषण हुआ।मुख्यमंत्री के भाषण के बाद अन्य नेता भाषण नहीं दे सके क्योंकि मुख्यमंत्री के रवाना होते ही समारोह में पहुंचे लोग उठकर भोजन स्थल की तरफ चले गए।
कांग्रेस छोड़ने वालों में ज्यादातर विधानसभा क्षेत्र एक और देपालपुर विधानसभा क्षेत्र के थे। इनमें पार्षद, पूर्व पार्षद, पंच, सरपंच, कांग्रेस संगठन पदाधिकारी आदि शामिल थे।