महाकाल का नया एक्ट बनते ही उज्जैन के सारे मंदिर जुड़ जाएंगे
– राज्य सरकार नए एक्ट में यह बड़ा नियम भी ला रही
– यानी जो नियम महाकाल में वो सब जगह लागू होंगे
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
महाकाल मंदिर का एक्ट बदलते ही उज्जैन के सारे प्रमुख सरकारी मंदिर जुड़ जाएंगे। या यूं भी कह सकते हैं अब जो नया एक्ट आएगा उसके दायरे में उज्जैन के अन्य बड़े मंदिर भी शामिल रहेंगे।
राज्य सरकार महाकाल एक्ट को बदलने जा रही है। इसे लेकर तरह-तरह की जानकारियां भी सामने आ रही है। प्रशासनिक अफसरों की माने तो नए एक्ट में महाकाल सहित उज्जैन के सभी प्रमुख मंदिरों को शामिल करने का बड़ा प्रस्ताव भी शामिल है।
कालभैरव, मंगलनाथ सहित
उज्जैन के ये बड़े मंदिर जुड़ेंगे
एक्ट लागू होने के बाद आने वाले समय में उज्जैन नगर के सभी मंदिर एक हो जाएंगे। उदाहरण के लिए जो एक्ट के तहत जो नियम महाकाल में होंगे वहीं काल भैरव, हरसिद्धि, मंगलनाथ, सांदीपनि आश्रम, गढ़कालिका, चिंतामण गणेश और 84 महादेव मंदिरों में लागू होंगे।
दान के जरिए मंदिरों की
आय बढ़ाने का लक्ष्य होगा
महाकाल को छोड़कर उज्जैन शहर के अन्य प्रमुख मंदिर भी ऐसे है जहां हजारों लोग रोज दर्शन करने जाते हैं। वहां भी श्रद्धालु मुक्त हसत से दान करे इसके प्रयास किए जाएंगे। साथ ही मंदिरों में आने वाले इस दान राशि का उपयोग अब मंदिर के अलावा क्षेत्र के विकास कार्य और सेवा कार्यों में भी सरकार लगाएगी। यह भी एक्ट में शामिल किया जा रहा है।
इन मंदिरों को रोजगार से भी
जोड़ने के प्रयास करेगी सरकार
इन प्रमुख व बड़े मंदिरों को सरकार रोजगार से भी जोड़ेने के प्रयास करेगी। मूर्तिशिल्प, हस्तशिल्प जैसी कलाओं के जरिए मंदिरों से रोजगार निर्माण किया जा सकता है। महाकाल मंदिर के पास बना महाकाल लोग और यहां लगी सैकड़ों मूर्तियां इसका उदाहरण है।
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