नए वर्ष में खुशखबरी- 876 करोड़ फोरलेन के लिए मंजूर, 3 घंटे में इंदौर से पहुंच सकेंगे गरोठ

दिल्ली – मुंबई कॉरिडोर के तहत इंदौर, देवास, उज्जैन, आगर, गरोठ मार्ग से जुड़ेगा

ब्रह्मास्त्र इन्दौर। नए साल में नई खुशखबरी है। भारत माला परियोजना के तहत केन्द्र सरकार ने उज्जैन-गरोठ पैकेज-2 के तहत फोरलेन के लिए 876 करोड़ रुपए की राशि और मंजूर कर दी है। इससे लगभग 48 किलोमीटर की लम्बाई का खेड़ा खजूरिया से सुहागड़ी तक का हिस्सा बनेगा। 136 किलोमीटर उज्जैन-गरोठ फोरलेन से इंदौर को भी फायदा होगा और मात्र 3 घंटे में इंदौर से गरोठ और फिर कोटा पहुंचा जा सकेगा। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया लगातार जारी है। इस 136 किलोमीटर के फोरलेन पर 1100 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा रही है, जिसमें से एक हिस्से की मंजूरी केन्द्रीय परिवहन मंत्री ने दी है और नितिन गडकरी ने इसकी मंजूरी की जानकारी ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री सहित अन्य संबंधित लोगों को दी है। इस नए मार्ग के बन जाने से इंदौर-उज्जैन के बीच एक नया वैकल्पिक मार्ग भी मिल जाएगा।
क्षिप्रा, देवास, उज्जैन, बडऩगर, बदनावर फोरलेन पर भी काम चल रहा है। ये उज्जैन जिले के 20 गांव और अन्य जिलों के 41 गांवों की जमीनें अधिग्रहित की जा रही है। दो चरणों में यह फोरलेन बनेगा, जिसमें उज्जैन से देवास होते हुए क्षिप्रा तक 42 किलोमीटर का हिस्सा होगा, जो देवास के नागूखेड़ी से शुरू होगा, उज्जैन के चंदेशरी से मिलेगा। उज्जैन से इंदौर जाने के लिए अभी वर्तमान फोरलेन है। इस नए मार्ग के बन जाने से इंदौर आने-जाने का वैकल्पिक मार्ग भी मिलेगा। क्षिप्रा से देवास-इंदौर के लिए सिक्स लेन के लिए पहुंचा जा सकेगा। इंदौर-उज्जैन फोरलेन पर दबाव भी हटेगा। वहीं अभी केन्द्र सरकार ने भारत माला परियोजना के तहत 48 किलोमीटर के उज्जैन-गरोठ पैकेज-2 के तहत 876 करोड़ की मंजूरी और दी है। 136 किलोमीटर लम्बाई के उज्जैन-गरोठ फोरलेन में बनने वाला यह हिस्सा अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे इंदौर को भी फायदा मिलेगा और अभी इंदौर से उज्जैन होते हुए 190 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए गरोठ 3 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। अभी इंदौर से गरोठ के लिए 230 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है, क्योंकि आलोठ, नागदा से गुजरना पड़ता है, जिसमें 4 घंटे से अधिक का समय लगता है। उज्जैन-गरोठ फोरलेन आर्डी-गार्डी मेडिकल कॉलेज के पीछे तक बनेगा। घटिया, घोंसला सहित 112 गांव इससे जुड़ेंगे। 136 किलोमीटर के इस फोरलेन में लगभग 1100 करोड़ रुपए की राशि खर्च होना है। केन्द्र सरकार एक लाख करोड़ रुपए से जो दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर बना रही है उससे इंदौर, देवास, उज्जैन, आगर गरोठ मार्ग जुड़ेगा। इस कॉरिडोर का 244 किलोमीटर का हिस्सा प्रदेश से गुजरेगा।