गुरु बृहस्पति का आज वृषभ राशि में प्रवेश, धर्म और आध्यात्म पर प्रभाव – 1 वर्ष तक इसी राशि में रहेगा परिभ्रमण, क्षेत्र में दिखाएंगे असर
दैनिक अवंतिका उज्जैन। 1 मई को गुरु बृहस्पति मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। बृहस्पति वृषभ राशि में अगले एक वर्ष तक रहेंगे। इससे धर्म, आध्यात्म व संस्कृति के क्षेत्र में खासा प्रभाव देखने को मिलेगा।
वृषभ के स्वामी शुक्र है। वैसे तो बृहस्पति से इनकी शत्रुता रहती है, फिर भी सौम्य राशि में प्रवेश के कारण बृहस्पति का वृषभ में परिभ्रमण सभी के लिए अनुकूल रहेगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित पं. अमर डिब्बावाला ने बताया बृहस्पति धर्म, ज्ञान, प्राचीन इतिहास, उच्च शिक्षा, बैंकिंग आदि के कारक है। बृहस्पति वृषभ राशि में रहकर इन सब क्षेत्रों को समय-समय पर प्रभावित भी करेंगे व लाभ भी पहुंचाएंगे।
विदेशों में भारत की धर्म
संस्कृति का प्रभाव बढ़ेगा
बृहस्पति मुख्य रूप से धर्म, अध्यात्म के कारक है इसलिए जब वृषभ राशि में परिभ्रमण करेंगेे तो अन्य संस्कृतियों से भी स्पर्श करेंगे। इसे इस रूप में कहा जा सकता है कि विदेशों में भारत की धर्म, संस्कृति व परंपरा को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी और भारतीय संस्कृति का प्रभाव विदेशों में लोगों पर अलग प्रकार का प्रभाव छोड़ेगा।