रणजीत हनुमान में 75 हजार लोगों का भंडारा — युवक की मौत पर जिला प्रशासन ने कहा – भीड़ में दबने से नहीं साइलेंट अटैक से हुई मौत

 

इंदौर। रणजीत हनुमान मंदिर में मंगलवार को हुए भंडारे में भीड़ में दबने से युवक की मौत की खबर पर जिला प्रशासन का कहना है कि युवक की मौत भीड़ में दबने से नहीं बल्कि साइलेंट अटैक से हुई है। धक्का-मुक्की में तीन युवक घायल भी हुए हैं। टीआई संजू कामले के अनुसार मृतक का नाम विजय प्रजापत निवासी गोविंद नगर है। भंडारे में भीड़ थी। मोटापा ज्यादा होने से विनय गिर गया। गंभीर अवस्था में उसे अस्पताल भिजवाया लेकिन उसकी मौत हो गई। टीआई के मुताबिक लोगों ने निकलने के चक्कर में एक-दूसरे को दबा दिया था। एसीपी नंदिनी शर्मा के मुताबिक विजय को हार्ट अटैक की संभावना है।

भंडारे में पहुंचे थे 75 हजार लोग

गौरतलब है कि हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मंदिर में भंडारा आयोजित किया गया था। फूल बंगले में विराजे हनुमानजी को 56 भोग लगाया गया और महाआरती भी हुई। सुबह हनुमानजी का अभिषेक कर विशेष शृंगार किया गया। हनुमानजी और श्रीराम को भोग लगाने के बाद शहर के 101 मंदिरों में भोग पहुंचाया गया। इसके तहत बड़ा गणपति मंदिर, खजराना गणेश मंदिर, जूनी इंदौर स्थित शनि मंदिर, बिजासन माता मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, छत्रीबाग स्थित लक्ष्मी वेंकटेश मंदिर, गोराकुंड स्थित दुर्गा माता मंदिर, गोपेश्वर महादेव मंदिर सहित अन्य मंदिरों में यह भोग पहुंचाया गया और वहां भोग लगने के बाद बटुक और ब्राह्मणों को भोजन कराकर भंडारे की शुरुआत की गई।

151 बटुकों ने किया सबसे पहले भोजन

मंदिर के मुख्य पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि मंदिरों में भोग के लिए पूड़ी भी देसी घी में तली जाती है। भोग की टोकनी में दक्षिणा भी रखी जाती है और विधि-विधान से उसे मंदिरों में पहुंचाया जाता है। इस बार भंडारे में पूड़ी, राम भाजी, लोंजी, नुक्ती और भजिए बनाए गए। प्रसाद वितरण की शुरुआत 151 बटुकों को भोजन कराने से हुई। मंदिर में फूल बंगला भी सजाया गया, जिसमें मोगरा, गेंदा, गुलाब, रजनीगंधा आदि फूलों का उपयोग किया गया। भंडारे में करीब 75 हजार लोग पहुंचे थे।