मालवा आर निमाड़ अचल का आठों लोकसभा सीटों के लिए माइक्रो मैनेजमेंट करेगी भाजपा

 

इंदौर। पहले और दूसरे चरण के कम मतदान से भाजपा अंदर से हिली हुई है। इस वजह से मालवा और निमाड़ अंचल में भाजपा संघ परिवार के साथ माइक्रो मैनेजमेंट करने वाली है। सबसे अधिक जोर मतदान केंद्र प्रबंधन पर दिया जा रहा है। मतदान केंद्र प्रबंधन के मामले में समानांतर योजना बनाई गई है। इसके लिए बैकअप टीम भी खड़ी की गई है। यही नहीं, भाजपा ने पन्ना और अर्द्ध पन्ना प्रमुखों के साथ मंत्रियों और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों में मतदाताओं को घर से निकालने की जिम्मेदारी दी है। मध्य प्रदेश में सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा और होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र में मतदान हो चुका है।

2019 की तुलना में पहले चरण की सीटों पर 7.48 और दूसरे चरण में 9.6 प्रतिशत मतदान कम रहा। कम मतदान को लेकर भाजपा ने आकलन किया और यह निर्णय लिया कि पन्ना और अर्द्ध पन्ना प्रमुखों के साथ मंत्रियों और विधायकों को सक्रिय किया जाए। मतदान केंद्र स्तर पर केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क कर उन्हें मतदान के लिए प्रेरित किया जाए। मतदान के दिन पूरी टीम सक्रिय रहे और जिन क्षेत्रों में कम मतदान की सूचना प्राप्त हो, वहां टीम घर-घर जाए और मतदाताओं से मतदान करने का आग्रह करे। वहीं, कांग्रेस ने बूथ स्तरीय टोलियों को सक्रिय किया है।

जिन क्षेत्रों में मतदान हो चुका है, वहां के विधायक और उम्मीदवारों को दूसरे क्षेत्रों में दौरा करके कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने के लिए कहा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कुछ दिन पूर्व भाजपा के विधायकों और मंत्रियों को कम मतदान के लिए कड़ी चेतावनी दी है। इसका असर भी इंदौर और उज्जैन संभाग में देखा जा रहा है।