देवास जिले में प्रभारी आरटीओ के रूप में सदस्य मंदसौर आरटीओ वीरेंद्र सिंह यादव रहते हैं अक्सर अनुपस्थि
दैनिक ब्रह्मास्त्र देवास
देवास जिले के नागरिक देवास आरटीओ कार्यालय में जब किसी कार्य के लिए जाते हैं तो आरटीओ वीरेंद्र सिंह यादव की अनुपस्थिति के कारण हताश होकर लौट आते हैं नागरिकों के आरटीओ से संबंधित कई कार्य जिसमें प्रमुख रूप से ड्राइविंग लाइसेंस वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट, वाहनों का पंजीयन, अस्थाई एवं स्थाई परमिट जारी करना, वाहनों का ट्रांसफर आदि कई कार्य आरटीओ की अनुपस्थिति से समय पर पूर्ण नहीं हो पा रहे हैं और लोगों को देवास आरटीओ दफ्तर के चक्कर काटना पड़ रहे हैं आरटीओ की अनुपस्थिति का फायदा उठाकर दलाल एवं बिचौलिया देवास आरटीओ विभाग में पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं और नागरिकों को मजबूर होकर इनके पास जाना पड़ रहा है और कई गुना अधिक पैसे रिश्वत के रूप में इन्हें देना पड़ रहे हैं।
आरटीओ वीरेंद्र सिंह यादव की अनुपस्थिति का मुख्य कारण है कि शासन द्वारा राजस्थान सीमा पर स्थित मंदसौर जिले के आरटीओ वीरेंद्र सिंह यादव को देवास का प्रभारी आरटीओ बना दिया गया है और मंदसौर और देवास के बीच की दूरी करीब एक तरफ से करीब ढाई सौ किलोमीटर है, इस कारण मंदसौर आरटीओ वीरेंद्र सिंह यादव देवास नहीं पहुंच पाते हैं। नागरिकों का कहना है कि देवास के आसपास लगे हुए कई जिले हैं जो की देवास से मात्र 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जिनमें इंदौर एवं उज्जैन जिले के अलावा हरदा, सीहोर, शाजापुर, खरगोन एवं खंडवा जिला है, इन पास के जिलों का आरटीओ को देवास के प्रभारी आरटीओ के रूप में पदस्थ किया जा सकता है परंतु शासन ने करीब ढाई सौ किलोमीटर दूर राजस्थान बॉर्डर पर स्थित मंदसौर आरटीओ वीरेन सिंह यादव को देवास का आरटीओ क्यों पदस्थ किया है। यह नागरिकों की समझ से परे हैं।
बिना रजिस्ट्रेशन के डंपर एवं कमर्शियल वाहन भी बेधड़क घूम रहे
देवास आरटीओ विभाग के कर्मचारी एवं दलालों की मिली भगत से बिना टेस्ट के ही ड्राइविंग लाइसेंस अनफिट एवं एक्सेस बॉडी वाहन को फिटनेस सर्टिफिकेट प्रदान किया जा रहे हैं जिसके लिए नागरिकों से भारी रिश्वत वसूली जा रही है। इसके अलावा देवास जिले में बिना रजिस्ट्रेशन के डंपर एवं कमर्शियल छोटे बड़े वाहन भी बेधड़क घूम रहे हैं जिन पर देवास आरटीओ विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।