असिमित आस्था के सामने व्यवस्था का पडाव छोटा

-दो अमावस्या के योग होने से यात्री उमडे जमकर

 

-उंडासा उपपडाव पर पंचक्रोशी यात्रियों ने जमकर आस्था की डूबकी लगाई

उज्जैन। पंचक्रोशी यात्रा में इस बार दो अमावस्या के योग होने से यात्रियों की संख्या भी जमकर रही। इसी के चलते असिमित आस्था के समक्ष व्यवस्था का पडाव छोटा  पड गया। आस्था समुंदर सी फैली हुई रही। पंचक्रोशी यात्रा के उप पडाव उंडासा पर सोमवार रात को यात्रियों ने जमकर आस्था की डूबकी लगाई। यात्रा की थकान पर धर्म और आस्था की लहर छाई रही।

उप पडाव उंडासा पर प्रवेश के साथ ही यात्रियों के आनंद में आस्था की खुमारी सी आ गई। भजनों में मस्त और व्यस्त ग्रामीण यात्री महिलाओं को सेवा दलों की और से जो मिल गया उसे उन्होंने स्वीकार कर लिया और आगे की और बढती गई। उंडासा उप पडाव पर लगाया गया टेंट यात्रियों की संख्या के सामने उंट के मुंह में जीरे सा दिखाई दे रहा था। उसकी अपेक्षा यात्री दूर दूर तक तालाब की पाल ,खेत और आसपास के घरों के सामने अपना डेरा डाल कर कहीं भजनों में व्यस्त थे तो कहीं धकान से चूर होकर सो रहे थे। यहां तक की यात्रियों का जत्था रेलवे क्रासिंग के पास तक पडाव डाले देखा गया ।

इंदौर से आए सेवा करने –

पंचक्रोशी यात्रियों की सेवा के लिए आसपास के कई जिलों से सेवा कार्य करने वाले मार्ग में जाकर सेवा कार्य करते हैं। यात्रा के शुरूआती दौर से लेकर उंडासा पडाव और नगर प्रवेश तक सेवाभावी संस्थाओं के यह कार्य चलते रहते हैं। उंडासा पर सोमवार को प्रति वर्षानुसार स्टेट प्रेस क्लब ने भी सेवा कार्य में हिस्सेदारी की। अगेवान प्रवीण खारीवाल के साथ आई टीम ने यहां उज्जयिनी सेवा समिति के सेवा कार्य में हिस्सेदारी करते हुए पंचक्रोशी यात्रियों को भोजन करवाया। यात्रियों के इंटरव्यू लिए गए और पत्रकारों ने अपने अपने विषय पर इस दौरान जानकारियां भी हासिल की। क्लब की और से मातृ शक्ति के रूप में सोनाली यादव ने अगाध आस्था लिए उप पडाव पर पहुंची महिला यात्रियों का स्वागत किया। इस दौरान यात्रियों को ठंडाई का वितरण किया गया।

रात में ही नगर प्रवेश के लिए रवाना-

उंडासा पर एक और से यात्रियों का देर रात तक आने का क्रम लगा हुआ था तो दुसरी और उप पडाव से यात्रियों ने आराम करने के बाद उज्जैन नगर प्रवेश के लिए कुच कर दिया था। रात डेढ बजे धार के कानवन जामखेडी जिला धार के निवासी सूरसिंह और उनके साथ आए जत्थे ने कोयला फाटक से नगर प्रवेश किया था। वे सीधे नरेन्द्र टाकीज रोड की और से गोपाल मंदिर और नदी के लिए रवाना हो गए थे। नगर प्रवेश पर उनका स्वागत यातायात के जवान एवं थाना पुलिस की और से पाइंट पर तैनात जवान ने ही जय श्री महाकाल के उद्घोष के साथ किया।

दोनों प्रवेश मार्ग पर यातायात पुलिस रही तैनात-

यात्रियों के नगर प्रवेश के मार्ग हीरामिल रोड एवं बीमा अस्पताल चौराहा पर यातायात पुलिस के जवान तैनात किए गए थे। यात्रियों के आगमन के साथ ही इंदौर –कोटा मार्ग पर भारी वाहनों को नियंत्रित किया जा रहा था। इसी के साथ इसी मार्ग पर जैथल टेक एवं उसके आगे उंडासा के मार्ग पर भी बराबर पुलिस ने भारी वाहनों के आवागमन को तडके से सुबह तक और उसके बाद अपरांह के समय से रात तक भी नियं‍त्रित किया। इस दौरान करीब पांच से अधिक बार यातायात पुलिस को रोड के एक और यात्रियों को और दूसरी और भारी वाहनों के आवागमन को चलाना पडा। जैथल टेक के यहां यातायात पुलिस को अनेक बार यात्रियों के जत्थों को रोड क्रास करवाने के दौरान भारी वाहनों को दोनों और रोकना पडा।