सीयूईटी पीजी पाठ्यक्रमों की कांउसलिग 10 जून से हो सकती है शुरू
– कुलपति की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया निर्णय
इंदौर. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) में सीयूईटी पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आने वाले 10 दिनों में पंजीयन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा 10 जून से पहले चरण की काउंसलिंग आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया है। यह महत्वपूर्ण निर्णय मंगलवार को कुलपति प्रो. रेणु जैन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया। बैठक में प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
डीएवीवी सीयूईटी के अध्यक्ष प्रो. कन्हैया आहूजा बताया कि 10 जून से पहले चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू करने की योजना बना रहे हैं। इस वर्ष सीयूईटी के माध्यम से कुल 40 हजार छात्रों ने डीएवीवी में पीजी पाठ्यक्रमों के लिए पंजियन कराया था। एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षा में लगभग 80 फीसदी छात्र उपस्थित हुए। परिणाम तीन सप्ताह पहले घोषित किया गया था।
्डीएवीवी में पिछले साल सीयूईटी-पीजी के तहत केवल 18 पाठ्यक्रम थे, जो इस साल बढकऱ 43 हो गए हैं। पीजी में लगभग 1800 सीटों पर विवि प्रवेश के लिए तैयारी कर रहा है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने भी छात्रों के स्कोर कार्ड डीएवीवी को भेज दिए हैं। विवि इसी के आधार पर छात्रों की मेरिट सूची तैयार करेगा। इसके साथ ही छात्र एमपीऑनलाइन के माध्यम से काउंसलिंग के लिए पंजीयन भी करा सकेंगे। काउंसलिंग रजिस्ट्रेशन के लिए छात्रों के पास 21 दिन का समय होगा।
अगले दस दिनों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने व शैक्षणिक सत्र अगस्त से शुरू होने की संभावना है। एमटेक, एमबीए फाइनेंस, मार्केटिंग, एचआर, ई-कॉमर्स, बिजनेस इकोनॉमिक्स, फाइनेंशियल सर्विसेज, एमबीए स्पेशलाइजेशन एंड एलएलएम (बिजनेस लॉ), एमएससी एप्लाइड मैथमेटिक्स सहित अन्य की पढ़ाई सीयूईटी पीजी के माध्यम से की जाएगी।
इसी के साथ डीएवीवी अपने गैर-सीयूईटी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पंजीयन की प्रक्रिया 15 मई के बाद शुरू कर सकता है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार, छात्रों के पास अपने पसंदीदा पाठ्यक्रमों के लिए पंजीकरण करने के लिए दस दिन का समय होगा।
डीएवीवी में पारंपरिक और तकनीकी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग का पहला चरण भी 25 जून के आसपास शुरू होगा। पहले 90 पाठ्यक्रम संचालित होते थे। डीएवीवी अब 23 विभागों में 71 पाठ्यक्रमों में गैर-सीयूईटी मोड के माध्यम से प्रवेश के लिए 2500 सीटें हैं।
डीएवीवी में गैर-सीयूईटी पाठ्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. आशुतोष मिश्रा ने बताया किइस साल लोकसभा चुनाव के लिए विश्वविद्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के चुनाव संबंधी कर्तव्यों में व्यस्त होने के कारण प्रवेश प्रक्रिया दो सप्ताह के लिए बढ़ाया गया है। आमतौर पर गैर-सीयूईटी पाठ्यक्रमों के लिए काउंसलिंग जून के पहले सप्ताह में शुरू होगी, लेकिन 2024-25 शैक्षणिक सत्र के लिए, इसे 25 जून के बाद शुरू करने के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है।
गैर-सीयूईटी पाठ्यक्रमों में रुचि रखने वाले छात्र 15 मई के बाद विश्वविद्यालय की वेबसाइट के माध्यम से पंजीकरण कर सकेंगे। गैर-सीयूईटी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के संबंध में विस्तृत जानकारी अगले कुछ दिनों में विवि की वेबसाइट पर प्रकाशित की जाएगी। इस बीच विभाग सीधे प्रवेश या विभाग स्तर पर पंजीकरण की संख्या के अनुसार प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा।
मिश्रा ने कहा यदि किसी विशेष पाठ्यक्रम के लिए पंजीकरण की संख्या 100-200 से अधिक है, तो विभाग प्रवेश लेने या योग्यता के आधार पर सीधे प्रवेश प्रदान करने के लिए स्वतंत्र है। कथित तौर पर प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के बावजूद, गैर-सीयूईटी प्रवेश किसी भी विभाग में 80 फीसदी अंक को पार करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 2023 और 2022 में खाली सीटें क्रमश: 54-55 फीसदी थीं।
इस साल स्कूल ऑफ योगा, एसजेएमसी, फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स, कंप्यूटर साइंस, स्कूल ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स, लाइफ साइंस, आईएमएस, स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, स्कूल ऑफ एजुकेशन, सोशल समेत कुल दो दर्जन विभागों में गैर-सीयूईटी प्रवेश होंगे। डीएवीवी अपने विभागों के लिए दो प्रकार की प्रवेश प्रक्रिया अपनाता है। एक कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के माध्यम से है, जबकि दूसरा गैर-सीयूईटी है।