फरार इंजीनियर अभय राठौर पर 25 हजार का इनाम, बेच रहा था निशुल्क पानी भी
आरोपी बर्खास्त बाबू राजकुमार सालवी के अनुसार अभय राठौर (फरार ईई) ऐसी फाइलें ढूंढता था जिनमें कार्य स्वीकृत हो चुके थे, बदल देता था उनके वर्क आर्डर
इंदौर। नगर निगम इंदौर में सवा सौ करोड़ के ड्रेनेज घोटाले के आरोपी इंदौर नगर निगम के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर अभय राठौर शासकीय फाइलों में चालाकी से फर्जीवाड़ा करता था। स्वीकृत ठेकों की राशि में हेराफेरी कर लाखों की राशि को करोड़ों कर चेक भी बनवा लेता था। पुलिस ने 35 से ज्यादा फाइलों में हाथ की सफाई पकड़ी है। उधर, पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता ने फरार आरोपी राठौर पर बुधवार को इनाम राशि बढ़ाकर 25 हजार कर दी। इंदौर नगर निगम फर्जीवाड़ा का मास्टरमाइंड अभय राठौर के घर में नर्मदा का 4 इंची अवैध कनेक्शन मिला। नगर निगम की टीम को राठौर के घर के बाहर चार टैंकर खड़े मिले। इनमें से प्रत्येक की क्षमता 20 से 30000 लीटर पानी की है। इन टैंकरों पर इंदौर नगर निगम निशुल्क सेवा लिखा हुआ है, लेकिन यह सभी निजी हैं। यानी एक तरफ तो इंदौर बूंद- बूंद पानी को तरस रहा है और दूसरी ओर नगर निगम के निशुल्क पानी को अभय राठौर बेच रहा था।
जांच में हेराफेरी
डीसीपी जोन-3 पंकज पांडे के अनुसार नगर निगम से जब्त फाइलों की जांच में हेराफेरी पकड़ में आई है। आरोपी राजकुमार सालवी (बर्खास्त लिपिक) ने पूछताछ में बताया कि अभय राठौर (फरार ईई) ऐसी फाइलें ढूंढता था, जिनमें कार्य स्वीकृत हो चुके थे। उनके वर्क आर्डर बदल देता था।
हेराफेरी कर करोड़ों कमाए
वह राशि के अंकों में हेराफेरी कर करोड़ों रुपये कर लेता था। सालवी आडिट शाखा के कर्मचारी मुरलीधरन की सहायता से फर्जी फाइलें आडिट शाखा में जमा करवा देता था। उधर, पुलिस ने राठौर की तलाश तेज कर दी है। पुलिस ने आरोपी के पोस्टर छपवाकर कालोनी, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों पर चस्पा करने की तैयारी की है।
विवेचना, विश्लेषण और छापे मारने वाली अलग- अलग टीम
टीआई विजयसिंह सिसोदिया के मुताबिक, घोटाले से संबंधित चार एफआइआर दर्ज हो चुकी है। जांच के लिए हीरानगर, ग्वालटोली, बाणगंगा, एमजी रोड़ और पुलिस लाइन के पुलिसकर्मियों की टीम गठित की गई है।
एक टीम विवेचना संबंधित कार्य करती है। दूसरी टीम बैंक खाते और डेटा विश्लेषण संबंधित कार्य में जुटी है। छापामार कार्रवाई और पूछताछ के लिए पृथक से दल बनाए गए हैं। पुलिस ने राठौर की संपत्ति की जानकारी निकाली तो गुलाब बाग कालोनी, वार्ड 32 और पवनपुरी में घर मिले।