चामुंडा माता चौराहे के सिग्नल खराब होने से यातायात हुआ बेपटरी – शनिवार को पूरे दिन बिगड़ी रही यातायात व्यवस्था- चालक निकालते रहे वाहन- गुथम-गुत्था बनी रही स्थिति
बार-बार खराब हो रहे सिग्नल
दैनिक अवंतिका उज्जैन। शहर के यातायात को व्यवस्थित करने के लिए कई मुख्य चौराहे पर यातायात सिग्नल लगाए गए हैं। लेकिन सिग्नल बार-बार खराब हो जाते है। खराब होने के कई दिन बाद सिग्नल को जैसे तैसे शुरु कराया जाता है, तो कुछ समय बाद फिर से खराब हो जाते है। शनिवार को चामुंडा माता चौराहे के सिग्नल खराब हो जाने से पूरे दिन यहां की यातायात व्यवस्था बिगड़ी रही। वाहनों का लंबा जाम लगता रहा। सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई । यहां का यातायात पूरी तरह से बेपटरी हो गया था और चारों दिशाओं से आने वाले वाहन आपस में गुथम-गुत्था हो जा रहे थे। इससे लोगों के बीच विवाद भी हो रहे थे। यातायात सिग्नल पर तैनात पुलिस कर्मी ने बताया कि यातायात सिग्नल खराब होने की जानकारी उन्होंने अपने अधिकारियों को दे दी है। सड़कों पर बढ़ते वाहनों के दबाव के बीच जाम की समस्या से निजात दिलाने, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के मकसद से शहर के मुख्य चौराहे चामुंडा माता चौराहा, फ्रीगंज तीन बत्ती चौराहा, देवास गेट चौराहा, नानाखेड़ा चौराहा, आरटीओ चौराहा, कोयला फाटक बीमा चौराहा,पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं। इन पर लाखों रुपए खर्च हुए हैं। लेकिन ये सिग्नल बार-बार खराब हो जाते हैं। ट्रैफिक जाम से राहत पाने के मकसद से लगाए गए सिग्नल काम न करने से परिवहन व्यवस्था इसके पहले भी कई बार बिगड़ चुकी है शहर के ट्रैफिक प्वॉइंटों पर यातायात जवानों की मौजूदगी ना होने से और भी ज्यादा स्थिति बिगड़ जाती है। शनिवार को चामुंडा माता चौराहे पर यातायात पूरी तरह से बेपटरी हो गया था चारों दिशाओं से आने वाले वाहन आपस में गुथम- गुत्था हो जा रहे थे। वाहन निकालने की जिद में लोग आपस में टकरा रहे थे।
हरिफाटक क्षेत्र में भी लगा जाम
इसी तरह शनिवार रात हरिफाटक क्षेत्र में भी जाम लग गया और वाहनों की लंबी कतार लग गई। जानकारी लगने पर पुलिस अधिकारियों ने पहुंचकर मोर्चा संभाला और जाम खुलवाया।
न तो सिग्नल काम कर रहे हैं, न ही ट्रैफिक जवान
शहर में चार बड़े प्वॉइंट पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए, ताकि व्यवस्था दुरुस्त रहे, लेकिन न तो सिग्नल काम कर रहे हैं, न ही ट्रैफिक जवान हैं, जिससे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।