सुविधाएं है लेकिन फिर भी रिजल्ट में फिसड्डी निकले सीएम राइज स्कूल
शिक्षा विभाग कर रहा है अब समीक्षा ….परिवर्तन करने की बात से इनकार नहीं
उज्जैन। उज्जैन में भले ही सीएम राइज स्कूलों में निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं मुहैया कराई गई हो लेकिन इसके बावजूद भी बोर्ड परीक्षाओं में इन स्कूलों के विद्यार्थी फिसड्डी निकले। स्कूली शिक्षा विभाग के अधिकारियों का यह कहना है उम्मीद जरूर थी कि बोर्ड परीक्षाओं में इन स्कूलों के विद्यार्थियों का स्थान टॉप टेन में बनेगा।
जिस तरह से बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों में इन सीएम राइज स्कूलों के विद्यार्थियों ने शिक्षा विभाग की उम्मीदों पर पानी फेरा है उससे विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। हालांकि इतना जरूर कहा गया है कि शिक्षा का स्तर और अधिक सुधारने के लिए यदि कोई मौजूदा स्थिति में परिवर्तन की जरूरत होगी तो परिवर्तन अवश्य ही किया जाएगा। इसके अलावा विभागीय अधिकारियों का यह भी कहना है कि बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम की स्थिति को लेकर समीक्षा की जा रही है। गौरतलब है कि उज्जैन में सीएम राइज स्कूल संचालित हो रहे है और इनमें विद्यार्थियों की संख्या भी अच्छी है वहीं इन स्कूलों में विद्यार्थियों को निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही है। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कक्षा दसवीं और 12 वीं कक्षाओं का परीक्षा परिणाम घोषित किया है।
प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देने के लिए
गौरतलब है की प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देने के लिए सरकार ने सीएम राइज स्कूलों को शुरू किया है। इन स्कूलों में तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए है। वहीं चुनिंदा शिक्षकों को इसमें शिक्षण कार्य के लिए लगाया गया है। सीएम राइज और पीएम श्री स्कूलों को बड़े धूमधाम से शुरू किया गया था। परंतु जब परिणाम आए, तो जिम्मेदारों की नींद उड़ गई। 10वीं और 12वीं के परिणामों देखकर पता चला की ये स्कूल टॉप टेन की मेरिट सूची में भी जगह नहीं बना सके।
शैक्षणिक गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान
उज्जैन जिले में संचालित होने वाले सीएम राइज स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता पर जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों का ध्यान अधिक रहता है लेकिन इसके बाद भी परीक्षा परिणामों
में इन स्कूलों के विद्यार्थियों ने संतोषजनक परिणाम नहीं दिया है। इसलिए अब शिक्षा विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है और परिणामों की समीक्षा करने की बात कही जा रही है। बता दें कि सीएम राइज स्कूलों में सामान्य सरकारी स्कूलों से अधिक सुविधा दी गई है। इन स्कूलों को निजी स्कूलों की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। इन स्कूलों में प्रशिक्षित व परीक्षा पास शिक्षक, सर्वसुविधायुक्त लाइब्रेरी, स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, स्मार्ट क्लास रूम सहित कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
में इन स्कूलों के विद्यार्थियों ने संतोषजनक परिणाम नहीं दिया है। इसलिए अब शिक्षा विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है और परिणामों की समीक्षा करने की बात कही जा रही है। बता दें कि सीएम राइज स्कूलों में सामान्य सरकारी स्कूलों से अधिक सुविधा दी गई है। इन स्कूलों को निजी स्कूलों की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। इन स्कूलों में प्रशिक्षित व परीक्षा पास शिक्षक, सर्वसुविधायुक्त लाइब्रेरी, स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, स्मार्ट क्लास रूम सहित कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
इनका कहना है
बोर्ड परीक्षा परिणामों को लेकर समीक्षा की जा रही है। यदि मौजूदा स्थिति में कोई परिवर्तन की जरूरत होगी तो विचार किया जाएगा। इस बारे में लोकसभा चुनाव के बाद ही ज्यादा कुछ कहा जा सकेगा।
गिरीश तिवारी, एडीपीसी
गिरीश तिवारी, एडीपीसी