निजी जल स्रोतों में पानी कम, हर दो घंटे बाद चलाना पड़ रही मोटरें
पड़ाना। पड़ाना के निजी जलस्रोतों में पानी कम हो गया है। जिनके घरों में निजी ट्यूबवेल लगे हुए हैं वह मार्च के महीने से ही पानी कम दे रहे हैं। अब तो स्थिति और भी खराब हो गई है। गांव के लोगों ने बताया कि हमारे गांव में उन निजी स्त्रोतो भी पानी कम हो गया है जिनमें पहले कभी पानी खत्म नहीं हुआ। लेकिन विगत दो-तीन वर्षों से निजी ट्यूबवेल में मई जून, के महीने में पानी खत्म हो जाता है। हर 2 घंटे बाद मोटर चालू कर पानी की व्यवस्था हो पाती है। गांव में डल रही नल जल योजना के पाइप बिछाने का काम ठंडे बस्ते में है और टंकी निर्माण भी अभी अधुरा है। निजी टेंकरो से पानी भरा रहे है, तब कहीं उनके यहां पानी की व्यवस्था हो पाती है। जलसंकट का मुख्य कारण वाटर लेवल हर वर्ष कम होते जाना है। जिससे आने वाले दिनों में पीने के पानी की व्यवस्था गडबडा सकती है। ग्रामीणों का कहना है कुंडालिया डेम का पानी मई माह में गांव तक नहीं पहुंचा तो समस्या और विकराल रुप धारण कर लेगी। पड़ाना के प्रदूम्न परमार, मनोज सेन, रामबाबू सेन, महेश खाती, दिनेश पुरी, चांद खां मंसूरी, सलीम चौधारी सहित अन्य ग्रामीणों ने कहा कि समूह सतत् जल योजना का काम जल निगम के अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की सुस्ती के कारण ठप्प पड़ा हुआ है। एलएनटी कंपनी के द्वारा काम में लेटलतीफी की जा रही है जिसका खामियाजा ग्रामीण जनता को भोगना पड़ रहा है।